राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) प्रमुख मोहन भागवत(Mohan Bhagwat Dusshera Speech) ने दशहरे के मौके पर कहा कि पूरी दुनिया शांति का नया रास्ता दिखाने के लिए भारत की ओर देख रही है. वे RSS के विजयादशमी उत्सव के कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे थे. इसका आयोजन महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ.
'देश के अंदर कुछ लोग हैं जो भारत की तरक्की नहीं चाहते', मोहन भागवत ने किस पर बड़ा इल्जाम लगाया?
दशहरे के अवसर पर RSS प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में इजरायल-हमास युद्ध, आने वाले चुनावों, मणिपुर हिंसा, राम मंदिर और G20 समिट पर अपनी बात रखी. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शंकर महादेवन थे.

इस मौके पर बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर शंकर महादेवन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बने. उनके साथ इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इजरायल-हमास युद्ध पर बात करते हुए RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा,
"संकट के समय में दुनिया भारत की तरफ एक नया रास्ता दिखाने के लिए उम्मीद भरी नजरों से देखती है. ताकि दुनिया समसामयिक चुनौतियों का सामना कर सके."
इस बारे में वे आगे बोले,
“दुनिया धार्मिक संप्रदायवाद से पैदा हुई कट्टरता, अहंकार और उन्माद का सामना कर रही है. यूक्रेन और गाजा पट्टी में युद्ध जैसे संघर्षों का हल बहुत भयंकर दिखाई देता है. ये युद्ध हितों के टकराव और उग्रवाद के कारण हुए. आतंकवाद, शोषण और अधिनायकवाद को कहर बरपाने की छूट मिली हुई है. ये साफ है कि दुनिया अपने अपर्याप्त दृष्टिकोण के साथ इन समस्याओं का मुकाबला नहीं कर सकती. इसके चलते दुनिया भारत की ओर उम्मीद से देख रही है कि वो एक उदाहरण पेश करेगा. भारत अपने सनातन मूल्यों और संस्कारों के आधार पर शांति और समृद्धि का एक नया रास्ता दिखाएगा.”
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RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के तत्कालीन नेतृत्व ने देश को दुनिया की नजरों में ऊंचा उठाया. उन्होंने कहा,
'जो सबसे अच्छा है, उसे वोट दें'"हर साल दुनिया में भारत का गौरव बढ़ रहा है. यहां आयोजित हुआ G20 शिखर सम्मेलन विशेष था. भारत के अतिथि सत्कार की बहुत तारीफ हुई. कई देश के लोगों ने हमारी विविधता का अनुभव किया. हमारे नेतृत्व ने दुनिया में भारत की अलग जगह बनाई."
RSS प्रमुख भागवत ने सभी नागरिकों से आने वाले चुनावों में वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा,
'कुछ लोग तररकी नहीं देखना चाहते'"चुनाव आ रहे हैं. ध्यान रखें कि वोट देना हर नागरिक का कर्तव्य है. हर किसी को वोट देना चाहिए. शांत मन से सोचें कि कौन अच्छा है और किसने अच्छा काम किया. भारत की जनता ने सब कुछ अनुभव किया है. जो सबसे अच्छा है, उसे वोट दीजिए."
उन्होंने देश की तरक्की के रास्ते में आने वाली परेशानियों पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने बोला,
"दुनिया में और भारत में भी कुछ लोग हैं जो नहीं चाहते कि भारत आगे बढ़े. वे समाज में गुटबाजी और झगड़े पैदा करने की कोशिश करते हैं. अपनी अज्ञानता और अविश्वास के चलते हम भी कभी-कभी इसमें फंस जाते हैं. इससे बिना मतलब अपद्रव हो जाता है. अगर भारत आगे बढ़ेगा तो वे अपना खेल नहीं खेल पाएंगे इसलिए वे लगातार इसका विरोध करते रहते हैं. वे अपने विरोध के लिए एक विशेष विचारधारा को अपना लेते हैं."
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मणिपुर हिंसा पर क्या बोले मोहन भागवत?RSS प्रमुख ने मणिपुर हिंसा पर भी बयान दिया. कहा,
"मणिपुर में जब दोनों पक्षों के लोग शांति की मांग कर रहे हैं तो वे कौन सी ताकते हैं जो शांति की दिशा में कोई भी सकारात्मक कदम उठते ही किसी ऐसी घटना को अंजाम देते हैं, जो नफरत और हिंसा भड़काने का काम करती है. इस समस्या के समाधान के लिए बहुआयामी कोशिशों की जरूरत है."
मोहन भागवत ने यहां अयोध्या में बन रहे राम मंदिर पर भी बात की. उन्होंने कहा,
"अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है. इस मंदिर में 22 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति की स्थापना की जाएगी. इस दिन हम पूरे देश में अपने-अपने मंदिरों में कार्यक्रम कर सकते हैं."
भाषण के बाद मोहन भागवत और शंकर महदेवन ने RSS के संस्थापक केबी हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी. मोहन भागवत ने इस आयोजन में शस्त्र पूजा भी की.
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