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मटके से पानी पीने पर टीचर ने दलित छात्र को पीटा, कान की नस फट गई, इलाज के दौरान मौत

राजस्थान के जालौर की घटना. बच्चे की मौत के बाद इलाके में तनाव. इंटरनेट सेवा बंद.

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इलाज के दौरान की बच्चे की तस्वीर. (फोटो: आजतक)

राजस्थान (Rajasthan) के जालौर जिले (Jalore) में एक दलित छात्र की मौत से तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. जालौर में जिला प्रशासन ने 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. दरअसल, स्कूल में रखे घड़े से दलित छात्र ने पानी पी लिया था. इस बात से नाराज़ होकर टीचर ने दलित छात्र की पिटाई कर दी. टीचर की पिटाई से बच्चा बुरी तरह घायल हो गया था. कई दिनों तक वो अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझता रहा. लेकिन, 13 अगस्त को छात्र की मौत हो गई. इस मामले में आरोपी शिक्षक को गिरफ़्तार किया जा चुका है.     

आजतक से जुड़े जयकिशन की रिपोर्ट के मुताबिक घटना 20 जुलाई की है. मृतक छात्र जालौर के सुराणा गांव में स्थित एक निजी स्कूल में पढ़ता था. बताया जा रहा है कि 20 जुलाई को उसे स्कूल में प्यास लगी. उसने स्कूल में रखे मटके से पानी पी लिया, तो स्कूल संचालक भड़क गया. आरोप हैं कि संचालक ने उसे जातिसूचक गालियां दीं और उसे बेरहमी से पीटा. संचालक ने छात्र को इतना पीटा की उसकी कान की नस फट गई. बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन मामला सिरियस होने के कारण उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया. कुछ दिन बाद उसे उदयपुर से उसे इलाज के लिए अहमदाबाद भेजा दिया गया. लेकिन शनिवार, 13 अगस्त को अहमदाबाद में इलाज के दौरान शाम 4 बजे बच्चे ने दम तोड़ दिया. 

इस मामले के आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है. शिक्षक पर हत्या करने की धारा 302 के अलावा SC/ST एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि जालौर के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि बच्चे के परिवार ने पानी पीने पर पिटाई की बात कही है, जिसकी जांच अभी की जा रही है.

सीएम गहलोत ने क्या कहा है?

इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बच्चे की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि कि परिवार को न्याय दिलवाया जाएगा. गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि, 

"जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है. आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या व SC/ST एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की जा चुकी है. मामले की तेजी से जांच और दोषी को जल्द सजा के लिए इसे केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है. पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा."

इधर, इस मामले के सामने आने के बाद से विपक्ष गहलोत सरकार पर हमलावर है. छात्र की मौत पर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे ने मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 

"जालोर में मासूम इंद्र की हत्या बेहद दुखद व निंदनीय है. देश को आजाद हुए भले ही 75 वर्ष हो गए, लेकिन कुछ लोगों की मानसिकता अब भी बदली नहीं है. मैं राजस्थान को शर्मसार करने वाली इस घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द इंद्र को न्याय दिलाने की मांग करती हूं."

इस मामले में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने ट्वीट कर कहा है, 

"देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. वही दूसरी तरफ पानी के मटके को छूने पर इतना पीटा गया कि जान ही चली गयी. आजादी के 75 साल बाद भी 9 साल के दलित बच्चे को जालोर मे जातिवाद का शिकार होना पड़ा. हमे पानी के मटके को छूने की भी आजादी नही! फिर क्यों आजादी का झूठा ढिंढोरा पीट रहे है?"

इस घटना को लेकर एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि वो 15 अगस्त को पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे. 

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