राहुल गांधी (Rahul Gandhi in USA) ने अमेरिका से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) और BJP पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि RSS ऐसा मानती है कि भारत में सिर्फ एक विचार है, जबकि उनका मानना है कि भारत में बहुत सारे विचार हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि सभी लोगों को सपने देखने की आजादी होनी चाहिए. उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें जगह दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि यही लड़ाई है और ये लड़ाई चुनाव में तब और स्पष्ट हो गई जब भारत के लाखों लोगों ने स्पष्ट रूप से समझ लिया कि भारत के प्रधानमंत्री भारत के संविधान पर हमला कर रहे हैं.
BJP-RSS पर हमला, बेरोजगारी और संविधान... अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी ने लंबा भाषण दिया है
US के Texas में पहुंचे Rahul Gandhi ने भारतीय राजनीति और इकोनॉमी की चर्चा की. उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका और पश्चिमी देशों में बेरोजगारी की समस्या है.
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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के दौरान 8 सिंतबर को टेक्सस के डलास पहुंचे थे. यहां उन्होंने ‘यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस’ के स्टूडेंट्स से भारत की राजनीति, इकोनॉमी और भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा,
"मैंने आपसे जो भी कहा है, वो संविधान में है. आधुनिक भारत की नींव संविधान है. चुनाव में लोगों ने जो स्पष्ट रूप से समझा, और मैंने देखा कि जब मैं संविधान का हवाला देता था, तो लोग मेरी बात समझ जाते थे. वो कह रहे थे कि BJP हमारी परंपरा पर हमला कर रही है, हमारी भाषा पर हमला कर रही है, हमारे राज्यों पर हमला कर रही है, हमारे इतिहास पर हमला कर रही है."
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लोकसभा में Rahul Gandhi का पहला भाषणउन्होंने आगे कहा,
"सबसे महत्वपूर्ण बात, उन्होंने जो समझा वो ये था कि जो कोई भी भारत के संविधान पर हमला कर रहा है, वो हमारी धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है. इसलिए संसद में अपने पहले भाषण में आपने देखा होगा कि जब मैंने अभयमुद्रा का जिक्र किया तो BJP इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी. जबकि ये फैक्ट है कि ये निर्भयता का प्रतीक है और ये हर एक भारतीय धर्म में मौजूद है."
लोकसभा चुनाव 2024 की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में अब BJP का डर गायब हो गया है. राहुल गांधी ने कहा,
Bharat Jodo Yatra पर क्या कहा?"दूसरी बात जो हुई वो ये थी कि भाजपा का डर गायब हो गया. हमने देखा कि चुनाव परिणाम के तुरंत बाद, कुछ ही मिनटों में, भारत में कोई भी BJP या भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डरा हुआ नहीं था. इसलिए ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं. राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी की नहीं. ये भारत के लोगों की बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं जिन्होंने लोकतंत्र को समझा. जिन्होंने ये समझा कि हम अपने संविधान पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं. हम अपने धर्म, अपने राज्य पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं."
UP के रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर भी बात की. उन्होंने कहा,
“पश्चिमी देशों में बेरोजगारी की समस्या”“शुरुआत में मुझे घुटने की समस्या थी. पहले तीन-चार दिनों तक, मैंने सोचा कि ये मैंने क्या किया है? क्योंकि जब आप सुबह उठते हैं और कहते हैं कि मैं 10 किलोमीटर दौड़ूंगा, तो ये ठीक है. लेकिन जब आप उठते हैं और कहते हैं कि मैं 4,000 किलोमीटर चलूंगा, तो ये पूरी तरह से अलग स्थिति है. ऐसे कई पल आए, जब मैंने सोचा कि ये बहुत बड़ी बात है. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, ये बिल्कुल भी मुश्किल नहीं था. और इसने मेरे काम के बारे में सोचने के तरीके को मौलिक रूप से बदल दिया. मैं कहूंगा कि इसने राजनीति को देखने के मेरे तरीके, हमारे लोगों को देखने के मेरे तरीके, उनके साथ संवाद करने के तरीके और उनकी बातों को सुनने के मेरे तरीके को पूरी तरह से बदल दिया.”
राहुल गांधी ने कहा कि भारत, अमेरिका और पश्चिमी देशों में बेरोजगारी की समस्या है. जबकि चीन में ऐसा नहीं है, क्योंकि उन्होंने वैश्विक उत्पादन पर ध्यान दिया है. उन्होंने भारत में मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता बताई. उन्होंने कहा कि भारत में कौशल की कोई कमी नहीं है और अगर देश उत्पादन के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर दे तो वो चीन से प्रतिस्पर्धा कर सकता है.
राहुल ने बिजनेस सिस्टम और एजुकेशन सिस्टम के बीच की खाई को पाटने के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग पर ध्यान देने की जरूरत बताई. उन्होंने ये भी कहा कि देश के एजुकेशन सिस्टम पर ‘वैचारिक कब्जा’ हो गया है.
नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में राहुल गांधीकांग्रेस नेता ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के रूप में उनकी भूमिका भारतीय राजनीति में प्रेम, सम्मान और विनम्रता के मूल्यों को शामिल करना है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि हमारी राजनीतिक व्यवस्था में, सभी दलों में जो कमी है, वो है प्रेम, सम्मान और विनम्रता. राहुल ने कहा कि अगर आज से 5 साल बाद उनसे उनकी सफलता के बारे में पूछा जाए तो वो इसे इन्हीं तीनों पैमानों पर नापेंगे.
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