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PM मोदी जिस स्कूल में पढ़े, वहां देश के 750 जिलों के बच्चों को क्यों ले जा रही सरकार?

पीएम मोदी के स्कूल में क्या पढ़ेंगे बच्चे? कितने दिन रहेंगे, क्या है योजना?

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पीएम के स्कूल में देश भर से बच्चों की क्लास लगेगी (फोटो- आजतक/Culture Ministry)

मेहसाणा जिले के वडनगर का प्राइमरी स्कूल (Primary School). ये वही स्कूल है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पढ़े हैं. यहां अब देश भर के बच्चों की क्लास लगेगी. ये एक नए प्रोग्राम ‘प्रेरणा’ के तहत किया जा रहा है, जिसमें चुनिंदा बच्चों को पीएम के स्कूल में पढ़ाया जाएगा. वहां एक हफ्ते तक उनकी ट्रेनिंग चलेगी. 

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इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े परिमाल और दिव्या ने पूरी योजना पर रिपोर्ट तैयार की है. सरकार ने 6 जून को घोषणा करते हुए बताया कि स्कूल और योजना को ‘प्रेरणा’ नाम दिया गया है. इसमें 30 छात्रों के बैच होंगे जिन्हें एक हफ्ते तक स्कूल में ट्रेनिंग दी जाएगी. उनका पूरा खर्चा कल्चर मिनिस्ट्री उठाएगी. उम्मीद है कि इसी साल से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी.

ट्रेनिंग में क्या होगा?

अधिकारियों ने बताया कि प्रोग्राम में पढ़ाई से ज्यादा फोकस एक्सपीरिएंस पर होगा. ट्रेनिंग के दौरान रीयल लाइफ हीरोज़ की कहानियों के जरिए लाइफ क्वॉलिटीज़ जैसे साहस और करुणा के बारे में समझाया जाएगा.

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कौन से छात्र चुने जाएंगे?

प्रोग्राम के लिए बच्चों को सेलेक्ट करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. इसमें इंटलेक्चुअल लेवल, क्रिएटिविटी और एक्स्ट्रा करिकुलर के आधार पर छात्रों का टेस्ट लिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक इस प्रोग्राम के लिए क्लास 9-10 के छात्रों को सेलेक्ट किया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि देश भर के 750 जिलों से बच्चे इसके लिए चुने जाएंगे. माने हर जिले से दो बच्चे चुनकर प्रोग्राम के लिए भेजे जाएंगे. इस तरह कुल 1500 बच्चों को ट्रेनिंग की जाएगी.

135 साल पुराना स्कूल!

साल 1888 में शुरू हुए इस स्कूल का नाम 'वडनगर कुमार शाला नंबर 1' हुआ करता था. 2018 में इसे बंद करके रिनोवेशन का काम शुरू किया गया. वडनगर के लिए एक मेगा रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ने इसकी मरमम्त की. इस दौरान स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को पास की कन्या शाला में शिफ्ट किया गया. नए बने स्कूल में आठ क्लास, एक कैफे, ओरिएंटेशन सेंटर वगैराह बनाया गया है.

वडनगर को गुजरात के सांस्कृतिक केंद्र के रूप में डेवलप करने के प्रोजेक्ट के तहत एक हेरिटेज साइट म्यूजियम भी बनना है. उसे करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है.

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