
'नवनिर्मित' महाराणा प्रताप रोड़
अब इस पोस्टर में ब्लंडर देखो. पोस्टर लगाने वालों ने पक्का आटे वाली लेई से चिपकाया है. इसलिए इत्ती जल्दी छूट गया. लेकिन शर्मनाक है रोड की स्पेलिंग. ड के नीचे बिंदी लगा दी है. इंगलिश को हिंदी में लिखना नहीं आता तो हिंदी में मार्ग लिख सकते थे. लेकिन एक्स्ट्रा बिंदी लगाने की क्या जरूरत थी यार.

रोड़ कौन लिखता है भाई
ये भी कहा जा रहा है कि महाराणा प्रताप के प्रति प्रेम उमड़ने की वजह उनकी जयंती होना है. इसके पहले औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड किया गया था. लेकिन वो नाम दिल्ली म्युनिसिपलटी ने पलटा था. मजे की बात ये है कि 2017 में डलहौजी रोड का नाम बदलकर औरंगजेब के भाई दाराशिकोह के नाम पर रख दिया गया था.
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