The Lallantop

रील बना-बना कर मशहूर हुआ 24 साल का लड़का बन गया सांसद, बेंगलुरु मेट्रो में गलत तरीके से घुसा था

आइलैंड देश साइप्रस में एक लड़का रील बना कर सांसद बन गया. फिडयास पानायियोटौ दुनियाभर में घूम चुके हैं. भारत में भी. कई दफा विवादों में भी घिर जाते हैं. फिडयास पानायियोटौ के यूट्यूब और टिकटॉक पर अकाउंट हैं, जिन्हें लाखों लोगों ने सब्सक्राइब किया हुआ है.

Advertisement
post-main-image
सोशल मीडिया से साइप्रस की संसद तक पहुंचने वाले फिडयास पानायियोटौ (तस्वीर : सोशल मीडिया)

रील बना-बना कर कई लोग फेमस हो गए. कई जरूरतमंद लोगों की मदद हुई. यहां तक कि दो बिछड़े भाई भी रील की वजह से मिल गए. लेकिन आइलैंड देश साइप्रस में एक लड़का रील बना कर सांसद बन गया. 24 साल के फिडयास पानायियोटौ के साथ ये सुखद हादसा हुआ है. फिडयास प्रैंकस्टर-यूट्यूबर हैं. जगह-जगह घूम कर वीडियो बनाते हैं. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें खासा पसंद करते हैं. उनकी इसी पॉपुलैरिटी ने उन्हें चुुनाव जिताकर यूरोपीय संसद पहुंचा दिया है.

Advertisement

फिडयास दुनियाभर में घूम चुके हैं. भारत में भी. कई दफा विवादों में भी घिर जाते हैं. फिडयास पानायियोटौ के यूट्यूब और टिकटॉक पर अकाउंट हैं, जिन्हें लाखों लोगों ने सब्सक्राइब किया हुआ है. फिडयास खुद को ‘professional mistake maker’ बुलाते हैं. रील बनाने के चक्कर में वो कई बार नियमों को तोड़ देते हैं जिस कारण विवादों में घिर जाते हैं. जैसे कि किसी मॉल में परमिशन के बिना रात बिताना, होटल का बिल न भरना, तो कभी मेट्रो में फ्री में सफर करना. लेकिन अब फिडयास चुनाव जीत सांसद बन गए हैं. राजनीति से दूर रहने वाले एक इंफ्लुएंसर का संसद पहुंच जाना सभी को अचंभित कर रहा है. 

फिडयास पानायियोटौ इस साल साइप्रस के चुनाव में उतरे थे. तब उन्होंने कहा था कि वो बस इतना चाहते हैं कि युवा ज्यादा से ज्यादा वोट करें, इसी कारण चुनाव में उतरे हैं. उनका मकसद केवल वोटिंग पर्सेंटेज को बढ़ाना था. ऐसा हुआ भी, पिछले साल की तुलना में वोटिंग पर्सेंटेज 54 पर्सेंट बढ़ भी गया. लेकिन लोगों ने एक और कमाल कर दिया. उन्होंने फिडयास की बात सुन उन्हें ही भारी जीत से संसद पहुंचा दिया. 

Advertisement
क्या रहा चुनाव का परिणाम 

साइप्रस में हुए चुनाव में फिडयास ने लगभग 20% वोट हासिल किए, इससे वे तीसरे स्थान पर आ गए. उनसे अधिक वोट दो पार्टियां को मिले, सेंटर-राइट DISY पार्टी और कम्युनिस्ट-समर्थित AKEL को.  बिना राजनीतिक अनुभव के फिडयास ने देश की दो बड़ी पार्टियों के बाद सबसे ज्यादा वोेट हासिल किए हैं.

फिडयास की इस जीत ने साइप्रस में नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है. फिडयास को मिले जनसमर्थन के कई माइने निकाले जा रहे हैं. ऐसा समझा जा रहा है कि लोगों ने देश की पहले से स्थापित पार्टियों को नकार देिया है और अब वे बदलाव चाहते हैं. फिडयास की सोशल मीडिया पर पॉपुलैरिटी ने साइप्रस की राजनीति को बदल दिया है. खैर सांसद बनने से पहले फिडयास के कुछ कारनामे जान लेते हैं.

बेंगलुरू मेट्रो से जुड़ा विवाद

बीते साल सितंबर में फिडयास भारत आए थे. कई तरह के वीडियो बनाए, जैसे ऑटो में सफर करना, हज्जाम के पास जाकर मसाज लेना और फिर लास्ट में सभी को अपनी रेटिंग देना. लेकिन बेंगलुरु मेट्रो के वीडियो में वो फ्री में सफर करने का तरीका बताते हैं. अपनी अच्छी लंबाई के चलते फिडयास मेट्रो के चेकिंग सिस्टम को ऐसे ही पार कर लेते हैं. मेट्रो में घुसकर कसरत करते हैं और फिर वैसे ही एग्जिट भी कर जाते हैं.

Advertisement

उनका ये वीडियो वायरल हुआ था जिस पर विवाद भी हुआ. लोगों ने इस पर नाराजगी जताई थी. BMRCL ने उन्हें सबक सिखाने की बात की थी. फिडयास ने ऐसा पहली बार नहीं किया था. ऐसी ही हरकतों के चलते हुए उन्हें कई दफा माफी भी मांगनी पड़ जाती है. उनके वीडियो देखने पर पता चलता है कि वो भारत के अलावा जापान की बुलेट ट्रेन में भी मुफ्त में सफर कर चुके हैं. उनका राजनीति से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं. लेकिन अब वो सांसद हैं.

इसे भी पढ़ें - फ्लाइट में बवाल मचा रही थी महिला, सुरक्षाकर्मी नीचे उतारने लगा तो दांत से काट लिया

ये कम दिलचस्प नहीं कि उन्होंने खुद कभी वोट नहीं किया. फिडयास ने खुद ये बात मानी है. वो राजनीति और EU के बारे में बहुत कम जानते हैं. लेकिन पॉपुलैरिटी के चलते वो चुनाव जीत गए. स्थानीय एग्जिट पोल्स की माने तो उन्हें सबसे ज्यादा वोट 18 से 24 साल के लोगों ने दिए हैं. अब वे लोग ये देखना चाहते हैं कि सोशल मीडिया से संसद जाने वाले फिडयास क्या कमाल दिखाते हैं.

वीडियो: तारीख: सम्मोहन काम कैसे करता है? गोवा के एक लड़के ने दुनिया को सिखाया

Advertisement