
सोमवार शाम को गौरव तिवारी का तबादला होते ही कटनी में सोशल मीडिया में कैम्पेन शुरू हो गए. और मंगलवार की सुबह होते-होते तो कटनी सड़क पर उतर आया. पीएम को चिट्ठी भी लिख दी गई. सोमवार की शाम को भोपाल से देर शाम राज्य सरकार ने तीन आईपीएस अफसरों की बदली का कागज भिजवाया. उसी में कटनी के एसपी गौरव तिवारी भी थे. उनको छिंदवाड़ा भेजा जा रहा था.

एसपी को गौरव को इतना जनसमर्थन क्यों मिल रहा है. हुआ ये कि गौरव तिवारी कटनी में लगभग पांच-छह सौ करोड़ रुपए के हवाला कारोबार जांच में लगे थे. ये गौरव ही हैं, जिन्होंने एक्सिस बैंक के हवाला घोटाले के खुलासे में बड़ा रोल निभाया है. बस 6 महीने के काम में असर इतना हुआ था कि कटनी में छेड़छाड़ कम हो गई. औरतें सेफ फील करने लगीं. शायद यही वजह है कि जब उनका तबादला हुआ तो कुछ परिवारों ने आत्मदाह की धमकी तक दे डाली.

कटनी के सुभाष चौक का एक दृश्य
सोशल मीडिया ऐसे अपडेट्स से भरा है.

लोगों ने गौरव तिवारी के समर्थन में अपनी DP भी बदलकर काली कर ली है.

कहा जा रहा है. राजनीतिक दवाब में तिवारी की बदली की गई है. गौरव तिवारी वो अफसर हैं, जिन्होंने बालाघाट में लकड़ी माफिया की नकेल कसी तो तब के कलेक्टर वी किरण गोपाल भी लपेटे में आ गए हैं. इतना ही नहीं एक बार उनके कारण एक आईजी भी नप गए थे. अब कटनी वालों को बड़ी मुश्किल से सलीके का अफसर मिला. खोना नहीं चाहते उसको. तो तबादले के खिलाफ सड़क पर आ गए.
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