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टिकट लिया वेटिंग का और चल दिया लाल चौक, तिरंगा फहराने

चैलेंज करने वाला ये कोई पहला शख्स नहीं है, लेकिन ये किस्सा थोड़ा अलग है.

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फोटो - thelallantop
कश्मीर का लाल चौक झंडा पॉलिटिक्स का मक्का बन गया है. किसी को भी चाहे तिरंगा फहराने का मन हो, या पाकिस्तान का झंडा फहराने का मन हो या फिर ISIS का झंडा फहराने का मन हो, पहली च्वाइस लाल चौक ही होता है. लाल चौक से पहले तो कोई मानता ही नहीं. जाह्नवी बहल और वो 13 साल की लड़की तंजीम मोरानी याद हैं न. दोनों ही तिरंगा लेकर निकली थीं 15 अगस्त को लाल चौक पर फहराने के लिए. तंजीम ने तो प्रधानमंत्री मोदी को खत भी लिखा था. तो हो सकता है जब तंजीम वहां पहुंचे तो उसकी सिक्योरिटी का इंतजाम हो. पर पटना के एक महानुभाव भी चल दिए हैं कश्मीर को, उनका मकसद भी लाल चौक पर तिरंगा फहराना ही है. लड़का पटना का है. और नाम है इसका वरुण कुमार सिंह. उम्र है 17. इसका कहना है कि आने वाले 15 अगस्त को ये कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराएगा. जिसके लिए गुरुवार को इसने ट्रेन भी पकड़ ली है, दिल्ली के लिए, संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस. पर कहानी में थोड़ा लोचा है. इस बालक के पास जो टिकट है, वो है वेटिंग का. पर इसका कहना है कि चाहे जितनी प्रॉब्लम्स आ जाएं तिरंगा तो वो लाल चौक पर फहरा कर ही रहेगा. वरुण पटना के DAV कॉलेज में 12वीं का स्टुडेंट है. निकलते वक्त उसने हाथ में तिरंगा ले रखा था. उसके इस फैसले के बाद उसका चचेरा भाई भी उसके साथ इस मिशन में शामिल हो गया है. दिल्ली के लिए निकलने से पहले कश्मीर के हालात को लेकर गुस्साए हुए वरुण ने कहा कि उसने पिछले एक महीने से कश्मीर में चल रहे उपद्रव को देखते हुए वहां लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहराने का ये निश्चय किया है. उसने कहा कि वहां जारी हिंसा और उस पर हो रही राजनीति की वजह से तिरंगा फहराना चाहता है. वरुण उन लोगों से गुस्सा भी था जिन लोगों ने पटना में पिछले महीने सड़कों पर पाकिस्तान के फेवर में नारे लगाए और पाकिस्तान का झंडा फहराया. वो भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जिले नालंदा में. श्रीनगर में बुरहान वानी के मारे जाने पर भड़की हिंसा के बाद एक महीने से भी ज्यादा से कर्फ्यू लगा हुआ है. और वरुण का टिकट भी कंफ़र्म नहीं है वेटिंग में हैं. पता नहीं वहां तक कैसे पहुंचेगा. वरुण ने कहा,
'जो कश्मीर में चल रहा है मैं उससे परेशान हूं. पटना वाली घटना पर भी मुझे गुस्सा आता है. मैं लाल चौक तिरंगा फहराने जा रहा हूं. कश्मीर भारत का पार्ट है और मुझे वहां झंडा फहराने का पूरा हक है. कर्फ्यू लगे होने के बावजूद मैं 15 अगस्त को वहां तिरंगा जरूर फहराऊंगा.'
पहले जाह्नवी बहल और तंजीम मोरानी भी कर चुकी है चैलेंज ये जाह्नवी वही है, जिसने जेएनयू वाले कन्हैया कुमार को खुली बहस की चुनौती दी थी. जाह्नवी ने कहा था कि वो आने वाले 15 अगस्त को लाल चौक पर तिरंगा फहराएगी. अगर किसी में हिम्मत है तो रोककर दिखा दे. उसने कहा कि जहां देश विरोधी ताकतों ने तिरंगे का अपमान किया, वो लाल चौक पर तिरंगा फहराकर तिरंगे का मान बढ़ाएगी. ऐसे ही चैलेंज किया था 13 साल की बच्ची तंजीम मोरानी ने. और मोदी को बच्ची की सेफ्टी के लिए लेटर भी उसके स्कूल के डॉयरेक्टर ने लिखा था.
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