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38 साल से भारत में रह रहीं, पोते-पोती भी हो गए, अब सरकार ने कहा पाकिस्तान वापस जाओ

Pahalgam Attack: सारदा बाई ने दावा किया है कि उनके पास मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड है. उन्होंने कहा कि उन्होंने काफ़ी समय पहले भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था. लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिल सकी. सारदा बाई ने सब बताया है.

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पाकिस्तानी नागरिकों को भारत लौटने का निर्देश दिया गया है. (फ़ोटो - PTI)

पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा रद्द कर दिए हैं. इस फ़ैसले से प्रभावित होने वालों में पाकिस्तान में जन्मी 55 साल की सारदा बाई भी शामिल हैं. सारदा की शादी एक भारतीय नागरिक से हुई है और वे तीन दशकों से ज़्यादा समय से ओडिशा में रह रही हैं.

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सारदा बाई का कहना है कि जिला पुलिस ने उन्हें एक निकास नोटिस भेजा. जिसमें कहा गया कि उनके पास न तो दीर्घकालिक वीज़ा है और न ही वो वीज़ा जो छूट वाली श्रेणी में आते हैं. पुलिस के आदेश में उन्हें चेतावनी दी गई है कि अगर वो देश नहीं छोड़ती हैं, तो उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी.

सारदा बाई के पाकिस्तानी पासपोर्ट के अनुसार, उनका जन्म 1970 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सुक्कुर शहर में हुआ था. सारदा ने बताया कि उनके पिता 1987 में अपने छह बच्चों के साथ 60 दिन के वीज़ा पर भारत आए और ओडिशा के कोरापुट ज़िले में बस गए. 

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इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, सारदा की शादी क़रीब 35 साल पहले बोलनगीर में एक व्यवसायी से हुई थी. शादी के बाद उनका नाम सारदा कुकरेजा हो गया है. अब उनका एक बेटा, एक बेटी और दो पोते-पोतियां हैं, जो भारतीय नागरिक हैं.

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सारदा ने दावा किया है कि उनके पास मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड है. उन्होंने कहा कि उन्होंने काफ़ी समय पहले भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था. लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिल सकी. सारदा ने मांग की है कि उन्हें उनके परिवार से अलग न किया जाए. क्योंकि पाकिस्तान में उनका कोई नहीं है. उन्होंने कहा,

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जब से मैं यहां आई हूं, मैंने भारत को अपना देश माना है. मेरा परिवार भारत में है और मैं पाकिस्तान नहीं जाना चाहती. मैंने पाकिस्तान में कभी किसी से बात तक नहीं की. यहां तक कि फ़ोन पर भी नहीं.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर बताती है कि अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार ने ओडिशा के अलग-अलग ज़िलों में सालों से रह रहे 12 पाकिस्तानी नागरिकों को बाहर निकलने का नोटिस जारी किया है. इनमें से कई लोग लंबी अवधि के वीज़ा पर रह रहे हैं. जबकि कुछ बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे हैं.

अधिकारियों के अनुसार, इनमें से एक व्यक्ति भुवनेश्वर का है. जबकि कटक में तीन और बालासोर में एक नोटिस जारी किया गया है.

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