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बांग्लादेश जैसे हालात पाकिस्तान में भी बन रहे हैं क्या? पाक आर्मी चीफ को क्यों देनी पड़ी चेतावनी?

Pakistan Army Chief on Bangladesh: आर्मी चीफ ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अराजकता फैलाने के लिए एक उपकरण के तौर पर किया जा रहा है. हाल ही में सेना ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने वाले दुष्प्रचार और झूठी सूचनाओं के प्रसार की निंदा की थी.

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पाकिस्तानी सेना के चीफ असीम मुनीर (फाइल फोटो- आजतक)

बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल असीम मुनीर का बयान सामने आया है (Pakistan Army Chief on Bangladesh). उन्होंने एक भाषण के दौरान चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान में किसी ने भी अराजकता पैदा करने की कोशिश की तो उसे आर्मी का सामना करना पड़ेगा.

पाकिस्तानी न्यूज एजेंसी डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, 8 अगस्त को इस्लामाबाद में उलेमा-ओ-मशाइख सम्मेलन में आर्मी चीफ सोशल मीडिया के इस्तेमाल और अराजकता को लेकर भाषण दे रहे थे. उन्होंने बांग्लादेश का जिक्र किए बिना कहा,

अगर कोई पाकिस्तान में अराजकता पैदा करने की कोशिश करता है तो खुदा कसम हम उसके सामने खड़े होंगे. दुनिया की कोई भी ताकत पाकिस्तान को नुकसान नहीं पहुंचा सकती क्योंकि ये देश आखिर तक टिकने के लिए बना है.

आर्मी चीफ ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अराजकता फैलाने के लिए एक उपकरण के तौर पर किया जा रहा है. हाल ही में सेना ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने वाले दुष्प्रचार और झूठी सूचनाओं के प्रसार की भी निंदा की थी.

रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान में सेना के खिलाफ सोशल मीडिया अभियान बढ़े हैं. ये देश के राजनीतिक और सामाजिक ढांचे में तनाव की ओर इशारा करता है. दूसरी तरफ सरकार अक्सर सेना के साथ मिलकर नैरेटिव कंट्रोल करने और असंतोष को दबाने के मकसद से कड़े कदम उठाती है. इस कड़ी में नकारात्मक प्रचार करने वाले आरोपी पत्रकारों और सोशल मीडिया यूजर्स की गिरफ्तारियां और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हुई.

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पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल मुनीर ने कहा कि कश्मीर विवाद भारत और पाकिस्तान के बीच अनसुलझा एजेंडा है. इसे सुलझाया जाना जरूरी है लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिल सकी है. गाजा में इजरायली अत्याचारों पर दुख जताते हुए वो बोले- फिलिस्तीन और गाजा पर अत्याचार देखकर दिल में आंसू आ जाते हैं.

बता दें, बांग्लादेश में पहले से चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन ने 5 अगस्त को विकराल रूप ले लिया. इस वजह से शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भागकर भारत आना पड़ा. इस दौरान भीड़ ने हसीना की पार्टी अवामी लीग के कई सदस्यों को निशाना बनाया. अब वहां अंतरिम सरकार का गठन हो गया है. इस सरकार का नेतृत्व 84 साल के नोबेल प्राइज़ विजेता मोहम्मद यूनुस करेंगे. इस बीच शेख हसीना को भारत सरकार ने अस्थाई आश्रय दे दिया है.

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