उधर तालिबान वाला अफगानिस्तान दावा कर ही रहा था कि उसने पाकिस्तान के 58 सैनिक मार दिए, इधर पाकिस्तान ने हल्ला कर दिया है कि उसने अफगानिस्तान के 200 सैनिक मार दिए, 19 सैनिक चौकियों और आतंकी ठिकानों पर कब्जा कर लिया है. यह झड़प ऐसे समय हुई जब अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तक़ी भारत के दौरे पर थे.
अफगानिस्तान ने कहा , '58 मारे', पाकिस्तान बोला- 'हमने 200 मार दिए', दोनों के बीच चल क्या रहा है?
पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच ये संघर्ष ऐसे समय हुई जब अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तक़ी भारत के दौरे पर थे.


पाकिस्तानी मीडिया डॉन ने पाकिस्तानी सेना के इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन (ISPR) के हवाले से लिखा है कि पाकिस्तानी सेना ने 200 तालिबानी और आतंकियों को मार गिराया है. दूसरी तरफ पाकिस्तानी सरकारी चैनल PTV News ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि,
“अब तक पाकिस्तान ने अफगान सीमा पर 19 चौकियों पर कब्जा कर लिया है, जहां से पाकिस्तान पर हमले किए जा रहे थे.”

पाकिस्तान के सरकारी रेडियो ने भी कुछ वीडियो जारी किए हैं, जिनमें अफगान चौकियों पर गोलाबारी, आग लगने और सैनिकों के आत्मसमर्पण की तस्वीरें दिखाई गई है.
पाकिस्तान ने दावा किया है कि बलूचिस्तान के चागई जिले के बरामचा इलाके में अफगान सेना की टैंक पोज़ीशन और मुख्यालयों को भी तबाह कर दिया गया, जो TTP आतंकियों के ठिकाने माने जाते थे. पाकिस्तान के गृह मंत्री मोशिन नक़वी ने कहा कि तालिबान ने “बिना उकसावे के हमला” किया और आरोप लगाया कि अफगान बलों ने आम नागरिक आबादी पर भी गोलीबारी की. उन्होंने कहा,
“अफगान फोर्सेज़ द्वारा नागरिकों पर फायरिंग अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है. पाकिस्तान की बहादुर सेना ने तुरंत और सख्त जवाब दिया है, कोई उकसावा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”
दूसरी तरफ तालिबान सरकार के रक्षा मंत्रालय ने 12 अक्तूबर की सुबह कहा कि उसकी सेना ने “सफल अभियान” चलाया. मंत्रालय ने चेतावनी दी कि “अगर दूसरी तरफ से फिर अफगानिस्तान की सीमा का उल्लंघन हुआ, तो हमारी सेना मजबूती से जवाब देगी.”
तालिबान का दावा है कि अफगान सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर और चितराल (खैबर पख्तूनख्वा) तथा बरामचा (बलूचिस्तान) में स्थित चौकियों को निशाना बनाया. तालिबान सरकार के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने मीडिया से कहा कि 11 अक्तूबर की रात की कार्रवाई में 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और करीब 30 घायल हुए, जबकि 9 अफगान सैनिकों की मौत और 16 घायल हुए.
मुजाहिद ने दावा कि दुश्मन रेखा के पार की गई इन जवाबी कार्रवाइयों में 20 पाकिस्तानी सुरक्षा चौकियां नष्ट कर दी गईं और कई हथियार व सैन्य उपकरण जब्त किए गए. उन्होंने कहा कि यह अभियान क़तर और सऊदी अरब के अनुरोध पर आधी रात को रोक दिया गया.
गौरतलब है कि 9 अक्तूबर की रात काबुल में हुए विस्फोटों के लिए अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था. लेकिन पाकिस्तानी सेना ने इस पर न तो पुष्टि की और न ही इनकार किया. इसके बाद 11 अक्टूबर रात अफगान बलों ने पाकिस्तानी चौकियों पर हमले शुरू किए.
रविवार सुबह पाकिस्तान ने बदले की कार्रवाई करते हुए सीमा के कई इलाकों में अफगान चौकियों और ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया. खबरों के मुताबिक कि इन हमलों में भारी हथियारों, टैंकों, तोपों, हवाई संसाधनों और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री भारत आए तो पाकिस्तान को क्यों दिक्कत होने लगी?