पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Attack) के बाद प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) सऊदी अरब का दौरा छोड़ भारत लौट चुके हैं. वहीं, गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर में अधिकारियों के साथ लगातार मीटिंग कर रहे हैं. इस बीच, विदेशी मीडिया ने भी इस घटना को कवर किया है. क्या लिखा है, आइए जानते हैं.
'हमले को पाकिस्तान से जोड़ना शुरू कर दिया... ' पहलगाम अटैक पर विदेशी मीडिया ने क्या लिखा?
Foreign Media on Pahalgam Attack: अमेरिका, ब्रिटेन और पाकिस्तान सहित कई देशों के अख़बारों ने पहलगाम की घटना को कवर किया है. इन्होंने क्या लिखा है, आइए जानते हैं.
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इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि ‘अशांत हिमालयी क्षेत्र कश्मीर’ में नागरिकों पर ये बीते कई सालों का सबसे भीषण हमला है. रॉयटर्स ने लिखा,
हाल के सालों में इस्लामी आतंकवादी हिंसा में कमी आई है. ऐसे में बड़े पैमाने पर पर्यटन ख़ासकर गर्मियों में फिर से बढ़ गया है. एक सुरक्षा सूत्र ने मरने वालों की संख्या 20 बताई, दूसरे ने 24 और तीसरे ने 26. तीनों ने नाम न बताने की शर्त पर ये बताया. क्योंकि उन्हें मीडिया से बात करने का अधिकार नहीं था.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि ये हमला देवदार की पहाड़ियों और घाटियों वाले एक खूबसूरत हिमालयी ज़िले में हुआ. जो भारतीय यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय है और जिसे स्थानीय लोग अक्सर "मिनी स्विटजरलैंड" कहते हैं. 57 साल के बीनू भाई के दोनों हाथों और पैरों में गोली लगी है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. बीनू भाई ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया,
पर्यटक वहां के दृश्यों का आनंद ले रहे थे. तभी बंदूकधारियों ने अचानक झाड़ियों के पीछे से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. मैंने ज़मीन पर लगभग एक दर्जन शवों को देखा है.
कतर में मौजूद न्यूज़ एजेंसी अल जज़ीरा ने लिखा कि हाल के सालों में कश्मीर में पर्यटकों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमले दुर्लभ रहे हैं, ये उन्हीं में से एक था. एक भारतीय पर्यटक दिवाशी शोरबा ने अल जज़ीरा को बताया,
हम कोलकाता से यात्रा पर कश्मीर पहुंचे हैं और पहलगाम से सिर्फ़ 10 किलोमीटर दूर हैं. हमें रोके हुए चार घंटे हो चुके हैं और किसी के पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. अधिकारियों का कहना है कि हमें कुछ घंटे में जाने की अनुमति दे दी जाएगी. अन्य लोग आधिकारिक बैठक का ज़िक्र करते हैं. जबकि कुछ का दावा है कि ऑपरेशन चल रहा है. हर कोई कुछ अलग कह रहा है. लेकिन किसी के पास कोई वास्तविक जवाब नहीं है.
ब्रिटिश अख़बार गार्जियन ने लिखा,
भारत प्रशासित कश्मीर के कई इलाक़ों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. जम्मू शहर में दक्षिणपंथी ग्रुप्स के नेतृत्व में एक रैली निकाली गई. जिसमें पाकिस्तान को दोषी ठहराया गया.
पाकिस्तानी अख़बार डॉन ने इस तरफ़ ध्यान दिलाया कि यह हमला ऐसे समय हुआ, जब अमेरिकी उप राष्ट्रपति जे.डी. वेंस भारत यात्रा पर हैं. डॉन ने लिखा,
हमले के बाद, कई भारतीय मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने इस हमले को पाकिस्तान से जोड़ना शुरू कर दिया है. जबकि इस दावे को पुष्ट करने के लिए कोई सबूत नहीं था. जबकि भारतीय टीवी चैनलों पर पंडितों ने अपनी परम्परागत पाकिस्तान विरोधी बयानबाजी तेज कर दी. हमले के बाद इस्लामाबाद की ओर कोई आधिकारिक उंगली नहीं उठाई गई है.
अमेरिकी मीडिया संस्थान CNN ने कश्मीर के IG वीके बिरदी के हवाले से बताया कि अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि हताहतों में कितने विदेशी नागरिक हैं और कितने भारतीय. जल्द ही घटना की विस्तृत जानकारी दी जाएगी.
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