ताकि किसी को टोल के लिए रुकना न पड़े
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सभी गाड़ियों चाहे कमर्शियल हो या प्राइवेट, के लिए 1 जनवरी, 2021 से FASTag अनिवार्य किया जा रहा है. इससे यात्रियों को टोल प्लाजा पर रुककर टोल टैक्स चुकाने की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने इसके फायदे गिनाते हुए कहा कि इससे यात्रियों को सुविधा होगी. कैश पेमेंट की परेशानी से छुटकारा तो मिलेगा ही, ईंधन और समय की भी बचत होगी.
क्या होता है फास्टैग?
फास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन तकनीक है. इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का इस्तेमाल होता है. इस टैग को वाहन की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है. जैसे ही आपकी गाड़ी टोल प्लाजा के पास आती है, तो टोल प्लाजा पर लगा सेंसर आपके वाहन की विंडस्क्रीन पर लगे फास्टैग को ट्रैक कर लेता है. इसके बाद आपके फास्टैग अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला टैक्स अपने आप कट जाता है. इस तरह आप टोल प्लाजा पर रुके बगैर शुल्क का भुगतान कर पाते हैं. वाहन में लगा यह टैग आपके प्रीपेड खाते के सक्रिय होते ही काम करने लगता है. जब आपके फास्टैग अकाउंट में पैसे खत्म हो जाएंगे, तो उसे फिर से रिचार्ज करवाना पड़ेगा.

टोल टैक्स की दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक क्रांति है फास्टैग. (फाइल फोटो- PTI)
कहां मिलेगा फास्टैग?
NHAI और 22 विभिन्न बैंकों से फास्टैग स्टिकर खरीदे जा सकते हैं. यह पेटीएम, अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा Fino Payments Bank और Paytm Payments Bank भी फास्टैग जारी करते हैं. आप इसे 200 रुपये में खरीद सकते हैं लेकिन कुछ टैक्स भी देने पड़ सकते हैं.
अगर फास्टैग NHAI प्रीपेड वॉलेट से जुड़ा है, तो इसे चेक के माध्यम से या यूपीआई, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, NEFT, नेट बैंकिंग आदि के माध्यम से रिचार्ज किया जा सकता है. अगर बैंक खाता फास्टैग से लिंक होता है, तो पैसे सीधे खाते से काट लिए जाते हैं. अगर Paytm वॉलेट से फास्टैग लिंक होता है तो पैसे सीधे वॉलेट से कट जाते हैं. यहां आपको अपने फास्टैग अकाउंट में 100 रुपये रखना जरूरी है.
अगर आपके गाड़ी में फास्टैग नहीं लगा है तो 1 तारीख से टोल प्लाजा पर मार्शल आपको फास्टैग लेन में नहीं घुसने देगा. अगर आप गलती से फास्टैग वाली लेन में घुस गए तो उस प्लाजा पर आपकी गाड़ी का जितना टोल होगा, उसका डबल चुकाना होगा.