सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर डीसी टी.नगर के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. जांच में पता चला कि कुछ आरोपी उत्तरी राज्यों से आए और इन वारदातों को अंजाम दिया. करीब 45 लाख रुपये की हेराफेरी की गई. विशेष टीम ने हरियाणा पुलिस की मदद से बल्लभगढ़ से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसका नाम अमीर अर्श है.
पूछताछ के दौरान, आरोपी ने घटनाओं को कबूल किया. मोडस ऑपरेंडी समझाया और अन्य सुराग भी दिए. विशेष टीम अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए फरीदाबाद में डेरा डाले हुए है. कैसे पता चला? भारतीय स्टेट बैंक के ATM लूटे जाने की कई शिकायतें ग्रेटर चेन्नई पुलिस को मिली. चेन्नई के वेलाचेरी, थरमनी, वालासरवक्कम और रामपुरम से इस तरह की शिकायतें मिलीं. हालांकि, ATM से छेड़छाड़ के कोई संकेत नहीं मिले. ना ही किसी तरह के डकैती की चेतावनी दी गई. इससे बैंक के अधिकारी और पुलिस भ्रमित हो गई.

शिकायत तब की गई जब बैंक अधिकारियों ने नियमित टैली के दौरान पाया कि ATM में जमा कैश और ATM से निकाले गए कैश का मिलान नहीं हो रहा है. इसमें लाखों का अंतर था. पुलिस ने जांच शुरू की. विशेष रूप से यह समझने के लिए कि कैसे कोई अलार्म नहीं बजा. पुलिस ने पाया कि एसबीआई के जिन ATM को निशाना बनाया गया, उन्हें जापान की एक कंपनी ने बनाया था. इस तरह देते थे वारदात को अंजाम पुलिस की शुरुआती जांच से पता चलता है कि लुटेरों ने कैश डिपॉजिट मशीन में गड़बड़ी की पहचान की. एक बार ATM पिन डालने के बाद मशीन पैसा जारी करती है. इसे 20 सेकेंड के अंदर निकालना होता है. अगर पैसे निकालने वाले ने 20 सेकेंड में पैसे नहीं उठाए तो यह वापस चला जाता है.
अगर कैश उठा लिया जाता तो मशीन का ढक्कन फिसल कर बंद हो जाता. लुटेरों ने कथित तौर पर एक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सेंसर को रोकने के लिए कैश लेने के बाद ढक्कन को कुछ देर के लिए बंद होने से रोका. ATM में लगे सेंसर ने ग्राहकों द्वारा "नकदी नहीं ली जा रही" के इस एक्शन को गलत तरीके से पढ़ा और सर्वरों को संदेश भेजा कि नकदी नहीं ली गई. इसलिए, संबंधित बैंक खातों को डेबिट नहीं किया गया था, जबकि मशीनों से नकदी ले ली गई थी.

इस बीच जापानी फर्म द्वारा बनाए गए ATM को लेकर बैंकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लुटेरों को गड़बड़ी के बारे में कैसे पता चला. मामला सामने आने के बाद ATM बंद किए गए मामला सामने आने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने तमिलनाडु में अपने कुछ ATM को बंद कर दिया. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हफ्ते की शुरुआत में बैंक ने अपने ATM सेंटर के बाहर पोस्टर लगाए थे कि कैश डिपॉजिट मशीनों से कैश विदड्रॉल फैसिलिटी बंद की गई है क्योंकि कोई तकनीकी दिक्कत आ गई है. SBI के चेन्नई क्षेत्र के जनरल मैनेजर आर राधाकृष्ण ने मीडिया से कहा,
आगे के नुकसान से बचने के लिए हमने सभी खराब मशीनों को बंद कर दिया है. अभी ये मशीनें कैश नहीं दे पाएंगी.राधाकृष्ण ने सिटी पुलिस कमिश्नर शंकर जीवाल से मुलाकात कर उन्हें शिकायत सौंपी है. कमिश्नर जीवाल ने कहा कि चोरी मशीनों में किसी तकनीकी वजह से हुई है. सभी 7 मामले CCTV कैमरों में कैद हुए हैं. फुटेज की जांच चल रही है. हम और बैंकों से भी बात करेंगे कि क्या ऐसी चोरी वहां भी हुई है.