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मेरे शेर मर गए, मोदी सरकार बताए कैसे मरे: मुलायम

हिंदुस्तान की जो संसद है, बहुत दिलचस्प जगह है गुरु. माननीय जब वातावरण को बोरिंग पाते हैं तो तड़का लगा देते हैं.

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फोटो - thelallantop
हिंदुस्तान की जो संसद है, बहुत दिलचस्प जगह है गुरु. माननीय जब वातावरण को बोरिंग पाते हैं तो तड़का लगा देते हैं. जैसे राग यमन के बीच भोजपुरी का धोबियउहा, जैसे गोभी की सब्जी में एक स्वादिष्ट कीड़ा, जैसे गर्म उबास हवा में रजनीगंधा की महक या फिर केएल सहगल की फिल्मों में मीका का एक अदद गाना. कई बार सायास कोशिशों से संसद के माहौल को हल्का किया जाता है. कई बार ये मज़ा तब पैदा होता है जब नेता लोग गंभीरता से अजीबोगरीब बातें कह जाते हैं. बुधवार को 'सेम चीज़' सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ हो गई. सदन में वह अचानक खड़े हुए और कहने लगे, 'मेरे शेर मर गए हैं, मोदी सरकार जांच कराए और बताए कि कैसे मरे?'

नरेंद्र मोदी ने यूपी को गिफ्ट किए थे शेर

मुलायम उन शेरों की बात कर रहे थे जो उनके सूबे यानी यूपी को गुजरात से गिफ्ट में मिले थे. आपको याद होगा, प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने यूपी को दो शेर गिफ्ट किए थे. वो भी तब, जब यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश ने गुजरात से शेर मांगे थे. इन शेरों की यूपी में मौत हो गई. मुलायम सिंह यादव ने ये बात जीरो आवर में ऐसे समय उठाई, जब कुछ और ही बहस चल रही थी. मुलायम को बैठाने की तमाम कोशिशें की गईं, लेकिन वो एक उत्साही योद्धा की तरह बोलते गए. कहते गए, 'शेरों के लिए डॉक्टर लाए गए. उनका इलाज कराया गया. फिर भी वो शेर मर ही गए.' मुलायम सिंह तब तक जांच की मांग करते रहे जब तक पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने उन्हें जांच करवाने का दिलासा नहीं दे दिया.

सिंधिया ने शुरू किया था 'शेर-शेर' करना

वैसे ये शेरों वाला मुद्दा कहीं पूछे जाने वाले सवालों में शामिल नहीं था. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कार्यवाही के बीच में ये सवाल पूछने लगे. उनका आरोप ये था कि गिर के 40 शेर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के हिसाब से मध्य प्रदेश लाए जाने थे. उस वक्त मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्होने इसका विरोध किया था. पर अब तो वो गुजरात के CM हैं नहीं. वो हैं देश के प्रधानमंत्री. सिंधिया का भाव साफ था, कि उनको अब देश के प्राइड का सम्मान करना चाहिए. क्योंकि शेर राष्ट्रीय पशु है. वैसे जब सिंधिया ये सब बोल रहे थे तो कोई और भी था जो बोल रहा था. वो थीं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन. कहे जा रही थीं, प्लीज बैठ जाइए, आज आपको क्या हो गया है? आप ऐसा बिहेव क्यों कर रहे हैं? पर सिंधिया को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा और वो बस बोलते रहे.

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