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सरेआम गोली मारकर मोबाइल से फोटो खींचने वाला हत्यारा मिल गया है!

दिल्ली के इस कांड का वीडियो आजकल वायरल है

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सोशल मीडिया पर वायरल विडियो, जिसमें हत्यारा गोली मारने के बाद मोबाइल से फोटो खींचता नजर आ रहा है.
वायरल हो रहे सरेआम हत्या के वीडियो में गोली मारने वाले शख्स को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी से खुलासा हुआ है कि आखिर क्यों उसने न सिर्फ गोली मारी, बल्कि रुककर मोबाइल से मृतक की फोटो भी खींची. आइए जानते हैं तफ्सील से.
 
क्या है वायरल वीडियो में?
कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक शख्स अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा है. पीली टीशर्ट पहने दूसरा शख्स उसका पीछा करता है. फिर उसके सिर में गोली मार देता है. गोली लगते ही पीड़ित सड़क पर गिर पड़ता है. गोली मारने वाला भागता है. लेकिन कुछ सेकेंड्स बाद पलटकर अपनी जेब से मोबाइल निकालता है और जमीन पर पड़े मृतक की फोटो खींचता है.
 
पुलिस आई हरकत में
ये मामला 22 अक्टूबर का है. दिल्ली पुलिस की पीसीआर को उस दिन मोहन गार्डन इलाके की नवादा हाउसिंग कॉम्पलैक्स के पास 55 फुटा रोड पर 4-5 गोलियां चलने की खबर मिलती है. पुलिस प्रत्यक्षदर्शी पुनीत यादव के बयान पर हत्या का केस दर्ज करती है. मरने वाले का नाम विकास मेहता था. हत्या का आरोप प्रवीण गहलोत और उसके बेटे पर है. पुलिस ने 5 दिन बाद पवन गहलोत को गिरफ्तार किया है. अब पुलिस को पवन के बेटे कमल की तलाश है.
 
भाई का बदला लेने के लिए की हत्या
पुलिस का दावा है कि ये हत्या आपसी रंजिश में हुई. पिछले साल मई में पवन गहलोत के भाई प्रवीण उर्फ गोलू की हत्या हुई थी. पवन इसके लिए विकास मेहता को दोषी मानता था. पुलिस का दावा है कि पवन ने पूछताछ में बताया कि उसका भाई हमेशा कहता था कि विकास मेहता से उसे जान का खतरा है. इस वजह से ही वह विकास से नफरत करता था और उसकी हत्या का मौका तलाश रहा था.
Shooting
पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी के पीछे पुरानी रंजिश का मामला है. (प्रतीकात्मक फोटो)

 
'प्रदीप सोलंकी गैंग का मेंबर था विकास'
पुलिस को छानबीन से पता चला कि विकास मेहरा इलाके का घोषित बदमाश था. वह प्रदीप सोलंकी गैंग के लिए काम करता था. पिछले साल मई में द्वारका मोड़ पर बीच सड़क हुए खूनी संघर्ष में पवन के भाई प्रवीण गहलोत उर्फ गोलू पर प्रदीप सोलंकी गैंग के मेंबर विकास दलाल ने गोली चलाई थी. हमले में प्रदीप मारा गया. पुलिस ने विकास दलाल को भी मार गिराया. चूंकि विकास मेहता भी प्रदीप सोलंकी गैंग का मेंबर था, इसलिए पवन गहलोत उसे ही इस हत्या का दोषी मानता था.
 
पहले चाय पर बुलाया, फिर गोली मार दी
पुलिस के मुताबिक, 22 अक्टूबर को पवन को जानकारी मिली थी कि विकास मेहरा और पुनीत यादव मोहन गार्डन में मौजूद हैं. पवन ने विकास को 55 फुटा रोड पर अपने ऑफिस में चाय पीने और समझौते की बात करने के लिए बुलाया. बात करके जैसे ही विकास और पुनीत बाहर निकले, पवन के बेटे कोमल ने विकास पर गोलियों की बौछार कर दी. विकास जख्मी होकर सड़क पर गिर गया तो उसने अपने मोबाइल से उसकी फोटो खींची.