अभिनेता से नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर फिर निशाना साधा है. सीधे नहीं, शिक्षक भर्ती घोटाला (SSC Scam) में आरोपी पार्थ चटर्जी के जरिये. गुरुवार 28 जुलाई को होटल से एयरपोर्ट के लिए निकलते समय मिथुन चक्रवर्ती ने पत्रकारों से बात की. इस दौरान उन्होंने पार्थ चटर्जी के लिए कहा की कि वो इस घोटाले का राज घोल दें. मिथुन ने कहा कि पार्थ चटर्जी को बता देना चाहिए कि मामले में अभी तक रिकवर हुए करोड़ों रुपये अकेले उनके नहीं हैं.
पार्थ चटर्जी को मिथुन चक्रवर्ती का संदेश, 'जेल में क्यों हो, सच बता दो ना किसका पैसा है'
अभिनेता से नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने TMC और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर फिर निशाना साधा है. सीधे नहीं, शिक्षक भर्ती घोटाला में आरोपी पार्थ चटर्जी के जरिये.

इंडिया टुडे से जुड़े इंद्रजीत कुंडू की रिपोर्ट के मुताबिक मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें इस बात का यकीन नहीं है कि छापेमारी में मिला सारा पैसा पार्थ चटर्जी का ही है. मिथुन का मानना है कि पैसा जरूर पार्थ चटर्जी की निगरानी में होगा, लेकिन असल में इसका संबंध किसी और से है. उन्होंने कहा कि पार्थ को बता देना चाहिए कि वे लोग कौन हैं. मिथुन ने ये भी कहा कि पार्थ चटर्जी जेल की तकलीफ क्यों झेल रहे हैं, उन्हें सच बोल देना चाहिए.
मंत्री पद से हटाए गए पार्थमिथुन चक्रवर्ती के इस बयान से कुछ देर पहले ही पार्थ चटर्जी के खिलाफ ममता बनर्जी सरकार ने बड़ी कार्रवाई कर दी. SSC घोटाले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को ममता बनर्जी की सरकार ने बर्खास्त कर दिया है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक टीएमसी ने पार्थ चटर्जी से सभी मंत्रालयों की जिम्मेदारी ले ली है. उनके पास उद्योग, वाणिज्य, सूचना प्रौद्योगिकी सहित कई विभागों की जिम्मेदारी थी.
इस मुद्दे पर गुरुवार 28 जुलाई को ममता बनर्जी के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक हुई थी. इसी बैठक में चटर्जी को मंत्री पद से हटाने का फैसला लिया गया. बैठक के बाद पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्य सचिव ने राज्यपाल के आदेश के बाद पार्थ चटर्जी को हटाने का नोटिफिकेशन जारी किया.
इससे पहले बुधवार 27 जुलाई को देर रात तक हुई ईडी की एक और छापेमारी में अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 28 करोड़ रुपये बरामद हुए थे. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जांच एजेंसी को 5-6 किलो सोना भी मिला है. इससे पहले अर्पिता मुखर्जी के ही घर से 20 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे.
अर्पित इस घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी की करीबी बताई जाती हैं. हालांकि ईडी की गिरफ्तारी में उन्होंने दावा किया है कि उनके यहां मिला सारा पैसा पार्थ चटर्जी से जुड़ा है. इस सबके चलते सीएम ममता बनर्जी पर अपने मंत्री को हटाने का दबाव था. खुद टीएमसी के अंदर उन्हें बर्खास्त किए जाने की आवाजें उठ रही थीं.. टीएमसी के कई नेता ममता बनर्जी पर पार्थ चटर्जी को हटाने का दबाव बना रहे थे.
ममता बनर्जी के मंत्री पार्थ चटर्जी का अर्पिता मुखर्जी के यहां मिले पैसों से क्या कनेक्शन है?