वायुसेना दिवस के मौके पर जिन लोगों को सम्मानित किया गया, उनमें स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल भी थीं. (फोटो क्रेडिट- ANI)
पाकिस्तान के खिलाफ बालाकोट में हुई एयर स्ट्राइक में अहम रोल निभाने वाले जवानों को वायुसेना दिवस के मौके पर सम्मानित किया गया. जिन लोगों को सम्मानित किया गया उनमें इस ऑपरेशन में शामिल रहीं स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल भी थीं. एयर स्ट्राइक के बाद जब पाकिस्तान ने काउंटर अटैक की कोशिश की थी, तो उन्होंने ही भारतीय वायुसेना को अलर्ट किया था.
एयरफोर्स ने की मिंटी की तारीफ दरअसल, बालाकोट एयर स्ट्राइक के अगले ही दिन, यानी 27 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने जैसे ही पाकिस्तानी प्लेन की पूरी पलटन को देखा, तो तुरंत ही एयरफोर्स की टीमों को अलर्ट कर दिया. जिस वक्त विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के प्लेन को हिट किया गया था, तब मिंटी अग्रवाल ही फ्लाइट कंट्रोलर की भूमिका में थीं. वे ही पूरे ऑपरेशन में सभी पायलटों को अपडेट भी दे रही थीं. वायुसेना की ओर से कहा गया कि मिंटी के इस काम ने एयरफोर्स की बहुत मदद की.
मेडल मिलने पर क्या कहा मिंटी ने
मिंटी ने मेडल मिलने पर कहा कि इस फीलिंग को वो शब्दों में नहीं बता सकती हैं. उन्होंने कहा-
ये वो गर्व है, जो मैं वर्दी के रूप में पहनती हूं. 26 और 27 फरवरी को जो ऑपरेशन हुआ, वही वजह है, जिसके लिए हम लोग वर्दी पहनते हैं. मैं लकी हूं कि मुझे इस तरह के ऑपरेशन का हिस्सा बनने का मौका मिला. ये दुनिया की किसी भी चीज के अनुभव से बेहतर था.
एयरफोर्स की ओर से एक अधिकारी ने कहा कि भारत ने बालाकोट में आतंकियों के शिविर पर सफलतापूर्वक हमला किया और 27 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान की योजना को भी नाकाम कर दिया. ये बात भारतीय वायुसेना के समर्पण को दिखाती है. पाकिस्तान ने 27 फरवरी, 2019 को भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन एयरफोर्स ने इसे नाकाम कर दिया.
इन लोगों को भी मिला मेडल मिंटी के अलावा एयर कोमोडोर सुनील काशीनाथ विधाते, ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी, ग्रुप कैप्टन हेमंत कुमार और ग्रुप कैप्टन हंसल जोसेफ को युद्ध सेवा मेडल दिया गया. भारतीय वायुसेना को इस मौके पर पांच युद्ध सेवा मेडल समेत कुल 13 अवॉर्ड मिले. बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर हमला करने वाले पांच पायलट भी पुरस्कार लेने वालों में शामिल थे.
क्या हुआ था तब पुलवामा आतंकी हमले के करीब दो हफ्ते बाद 26 फरवरी, 2019 को भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स ने बालाकोट में जैश के आतंकी ठिकानों पर हमला किया और उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया. यही नहीं, पाकिस्तान ने जब अपने विमान भेजे, तो भारत ने उन्हें भी खदेड़ दिया. इस दौरान अभिनंदन वर्तमान का प्लेन पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में गिर गया. इसके बाद भारत ने दो दिन के भीतर अभिनंदन को छुड़ा लिया.