“मुझे बीफ पसंद है” बोल देना बीते सालों में बड़ा रिस्क हो गया है. सार्वजनिक रूप से बीफ खाना या खाते हुए तस्वीर शेयर करना मतलब अपनी जान को खतरे में डालना. हिंदू संगठन और केंद्र समेत कई राज्यों में सत्तारूढ़ बीजेपी इसे सीधा गोहत्या से जोड़ते हैं. लेकिन ये भी सच है कि दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में बीजेपी के नेता बीफ खाने या इसका व्यापार करने में संकोच नहीं करते हैं. मेघालय में बीजेपी के अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी का बयान इसकी तस्दीक करता है. उन्होंने कहा है कि वो खुद तो बीफ खाते ही हैं, उनकी पार्टी को भी बीफ से कोई दिक्कत नहीं है.
"मैं बीफ खाता हूं और बीजेपी में भी हूं, कोई दिक्कत नहीं है", प्रदेश अध्यक्ष का बयान
“मुझे बीफ पसंद है” बोल देना बीते सालों में बड़ा रिस्क हो गया है. हिंदू संगठन और केंद्र समेत कई राज्यों में सत्तारूढ़ बीजेपी इसे सीधा गोहत्या से जोड़ते हैं.


मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दरअसल एक इंटरव्यू में मावरी से पूछा गया था कि मेघालय में ईसाई धर्म को मानने वाले लोग क्या बीजेपी के फैसलों को मानेंगे, जैसे बीफ बैन, CAA आदि. इस पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा,
“मैं बीफ खाता हूं और मैं बीजेपी में हूं. इसमें किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है. मैं इस बात का दावा करता हूं कि इस बार भी मेघालय की जनता बीजेपी के साथ है. आपको 2 मार्च को पता चल जाएगा. इस बार हमने 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं."
मारवी ने ये भी कहा है कि जब से बीजेपी मेघालय में सत्ता में आई है, तब से किसी भी चर्च पर हमला नहीं हुआ है.
मेघालय में ईसाई धर्म को मानने वालों की संख्या काफी ज्यादा है. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक मेघालय में ईसाइयों की संख्या राज्य की कुल जनसंख्या का 74.59 फीसद है. वहीं हिंदुओं की संख्या 11.53 फीसद है. मुस्लिम कुल आबादी का 4.40 फीसद हैं. सिख और बौद्ध एक पर्सेंट से भी नीचे हैं.
अर्नेस्ट मावरी का ये बयान ऐसे समय में आया है जब सात दिन बाद ही मेघालय में विधानसभा चुनाव होने हैं. आगामी 27 फरवरी को वोटिंग होगी. राज्य में बीजेपी और नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) के गठबंधन की सरकार थी. कुछ दिन पहले ही ये गठबंधन टूट गया. बीजेपी का आरोप था कि NPP एक ‘भ्रष्ट’ पार्टी है और बीजेपी भ्रष्टाचार को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपना रही है.
चुनाव से प्रदेश बीजेपी प्रमुख ने बताया कि चुनावों के बाद पार्टी ऐसे दलों से गठबंधन कर सकती है जो भ्रष्टाचार से लिप्त न हों. उन्होंने कहा कि वो TMC या कांग्रेस के साथ बिल्कुल भी नहीं जा सकते हैं. मावरी को लगता है कि अगर TMC जीतेगी तो मेघालय में बड़े स्तर पर बांग्लादेशियों की घुसपैठ होगी.
वीडियो: मेघालय चुनाव से पहले वहां ममता बनर्जी ने ढोल बजाकर क्या स्कीम दे दी?

















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