"आज सुबह काम पर जा रहा था. इसी दौरान हैदर मलिक दिखे. शायद ये पोस्ट मलिक की मदद ना कर पाए, लेकिन अगर किसी नौकरी देने वाले की नजर इस पोस्ट पर पड़े तो वो सीधे मलिक से संपर्क करें. हम कठिन वक्त से गुजर रहे हैं और रोजगार की हालत ठीक नहीं है. पढ़े-लिखे लोग कर्ज तले दबे हैं और उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है. और अगर ईमानदारी से कहूं तो कुछ नौकरियों के लिए तो डिग्री की जरूरत ही नहीं होती, बस एक मौका चाहिए होता है."
जॉब नहीं लग रही? ये तरीका अपनाएं, तीन दिन में लग सकती है नौकरी!
खुद को मार्केट करना आना चाहिए, लंदन के हैदर मलिक का ये अनूठा तरीका यही बताता है.
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लंदन में रहने वाले हैदर मलिक को नौकरी नहीं मिल रही थी. जबकि उनके पास अच्छी खासी डिग्री है.
जॉब मार्केट के सूरमा युवाओं को नौकरी दिलाने के नए-नए तरीके बताते हैं. कोई रेज्युमे सुधारने के टिप्स देता है तो कोई इंटरव्यू क्रैक करना सिखाता है. कोई चाल-ढाल में बदलाव लाने की बात करता है तो कोई कोर्स कराकर कॉन्फिडेंस बूस्ट करने की सलाह देता है. ये भी कहा जाता है कि भईया Linkedin पर ऐक्टिव रहा करो, वहां बहुत जॉब ऑफर आते हैं. लेकिन नौकरी है कि मिलती नहीं. लंदन में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के हैदर मलिक का भी यही हाल था. काफी समय से बेरोजगार थे. कई तरह के प्रयास किए लेकिन नौकरी मिल ही नहीं रही थी. ऐसे में उन्होंने एक यूनीक आइडिया निकाला, जिसकी बदौलत उन्हें तीन दिन के अंदर जॉब के ऑफर ही ऑफर आने लगे.
ऐसा क्या किया!
कोरोना संकट के चलते आई आर्थिक बदहाली और बेरोजगारी की वजह से लोगों को नौकरी खोजने में बहुत मुश्किल हो रही है. हैदर मलिक भी इन लोगों में शामिल थे. हालांकि ये युवक प्रतिष्ठित मिडिलसेक्स यूनिवर्सिटी से फर्स्ट क्लास डिग्री होल्डर है. इसके बावजूद नौकरी ढूंढना हैदर के लिए आसान नहीं रहा. जूम इंटरव्यू में मलिक अपनी पूरी प्रतिभा नहीं दिखा पाते थे. इसलिए कई नौकरियां उनके हाथ से निकल गईं. लेकिन हैदर अपनी असफलताओं से निराश नहीं हुए. बजाय इसके उन्होंने नौकरी पाने का क्रिएटिव तरीका खोज निकाला. न्यूज पोर्टल माय लंदन की रिपोर्ट के मुताबिक, मलिक एक स्टेशनरी स्टोर गए. एक चार्ट खरीदा. उस चार्ट पर अपनी योग्यता लिखी. अपने सीवी और लिंक्डइन अकाउंट के क्यू आर कोड लगाए और फिर आ गए लंदन के एक मेट्रो स्टेशन पर. स्टेशन पर वो उस चार्ट के साथ खड़े हो गए. शुरुआत में थोड़ी झिझक हुई, लेकिन फिर उन्होंने लोगों से बात शुरू की. कई लोगों ने उन्हें अपना नंबर और कार्ड दिए. इस बीच इमैनुएल नाम का एक शख्स उनके पास आया. इमैनुएल ने मलिक की फोटो खींची और उसे लिंक्डइन पर डाल दिया. साथ में लिखा,
पोस्ट हुआ वायरल, मिली मनचाही नौकरी
इस पोस्ट के बाद मलिक के पास केनरी व्हार्प ग्रुप से कॉल आई. उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. इंटरव्यू के बाद मलिक को पता चला कि उनके फोन पर ढेर सारी मिस्ड कॉल पड़ी हुई हैं. तब उन्हें समझ आया कि इमैनुएल की पोस्ट वायरल हो गई है और ढेर सारी कंपनियां उन्हें फोन कर रही हैं. दो दिन बाद केनरी व्हार्प ग्रुप ने मलिक को दूसरे इंटरव्यू के लिए बुलाया और उन्हें नौकरी पर रख लिया. उन्हें बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर में नौकरी मिली. हैदर मलिक भी यही चाहते थे. हैदर मलिक की खबर जान सुमुख मेहता का वाकया याद आ गया. सुमुख मेहता वही शख्स हैं जिन्होंने कुछ साल पहले अपने यूनीक रेज्युमे से हर किसी को प्रभावित किया था. 20 पन्ने का उनके रेज्युमे एक मैगजीन की तर्ज पर तैयार किया गया था. इसके अंदर ढेर सारी फोटो और ग्राफिक थे. इस रेज्युमे को देख एक ब्रिटिश मैगजीन कंपनी इतनी प्रभावित हुई कि उसने तुरंत मेहता को इंटर्नशिप पर रख लिया था. हालांकि इसके लिए उन्हें इंटरव्यू भी नहीं देना पड़ा था.
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