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मनीष तिवारी ने अब कांग्रेस अध्यक्ष के चुने जाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाया, पूछा- निष्पक्ष चुनाव कैसे होगा?

मनीष तिवारी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए वोटर्स की सूची पार्टी की वेबसाइट पर पब्लिश हो.

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कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (फाइल फोटो- पीटीआई)

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) की पार्टी नेतृत्व के साथ तल्खी रुकने का नाम नहीं ले रही है. मनीष तिवारी ने अब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित चुनाव को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होना है. हाल में कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) ने इसकी घोषणा की थी. मनीष तिवारी ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री को ट्विटर पर टैग करते हुए कांग्रेस की मतदाता सूची पर सवाल उठाया.

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मतदाता सूची पब्लिक हो- मनीष तिवारी

दरअसल, मधुसूदन मिस्त्री ने मीडिया में बयान दिया था कि अध्यक्ष चुनाव निष्पक्ष तरीके से होगा. मनीष तिवारी ने उसी बयान से जुड़ी खबर को शेयर करते हुए 31 अगस्त को कई ट्वीट किए. तिवारी ने मधुसूदन मिस्त्री को टैग करते हुए लिखा, 

"जब मतदाता सूची सार्वजनिक नहीं है तो निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकता है? निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए जरूरी है कि वोटर्स के नाम और पते कांग्रेस की वेबसाइट पर पारदर्शी तरीके से पब्लिश हो."

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मनीष तिवारी ने मधुसूदन मिस्त्री के बयान को ट्वीट कर बताया कि आपने कहा कि वोटर्स की सूची सार्वजनिक नहीं है लेकिन अगर पार्टी का कोई मेंबर इसे चेक करना चाहता है तो वह पार्टी के प्रदेश कार्यालय (PCC) जाकर चेक कर सकता है. और यह उम्मीदवारों के नामांकन पेपर फाइल करने के बाद ही होगा.

'निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव हो'

मनीष तिवारी ने सवाल उठाते हुए आगे लिखा, 

"CWC ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा की है ना कि 28 पीसीसी और 8 टीसीसी के अध्यक्षों की. किसी को वोटर्स की जानकारी जुटाने के लिए देशभर में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत क्यों है? यह तो क्लब के चुनाव में भी नहीं होता है. इसलिए निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए मैं वोटर्स की पूरी सूची को कांग्रेस की वेबसाइट पर प्रकाशित करने की मांग करता हूं."

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एक और ट्वीट में मनीष तिवारी ने लिखा, 

"ऐसे में कोई चुनाव लड़ने के बारे में कैसे सोच सकता है जब उसे मतदाताओं के बारे में जानकारी ही नहीं होगी. अगर किसी को अपना नामांकन फाइल करना है तो उसे 10 कांग्रेस नेताओं के प्रस्ताव की जरूरत होती है. अगर ऐसा नहीं होता है तो CEA (कांग्रेस इलेक्शन अथॉरिटी) यह कहकर नामांकन खारिज कर सकता है कि प्रस्तावक वैध वोटर्स नहीं हैं."

19 अक्टूबर को होगी कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा

28 अगस्त को कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के चुनाव की घोषणा की थी. कार्यक्रम के मुताबिक, अध्यक्ष के चुनाव के लिए 22 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. इसके बाद 24-30 सितंबर के बीच नामांकन दाखिल किए जाएंगे. नामांकन की जांच एक अक्टूबर को होगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर है. वहीं मतदान 17 अक्टबूर होगा. वोटों की गिनती दो दिन बाद यानी 19 अक्टबूर को होगी.

मनीष तिवारी ने हाल में गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद भी पार्टी पर सवाल उठाया था. तिवारी ने कहा था कि अगर कांग्रेस नेतृत्व कई विधानसभा चुनावों में हार के बाद आत्मनिरीक्षण करता तो गुलाम नबी के इस्तीफे को रोका जा सकता था.

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