बर्थ कंट्रोल के लिए महिलाओं के पास तो कई ऑप्शन मौजूद हैं, लेकिन पुरुषों के पास कंडोम और नसबंदी जैसे सीमित विकल्प ही हैं. अब इसमें एक और विकल्प जल्द जुड़ सकता है. पुरुषों के लिए भी बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth Control Pills For Males) यानी गर्भ निरोधक गोली बनाई जा रही है. खबर है कि इस तरह की पिल्स ने इंसानों पर किए गए अपने पहले सेफ्टी टेस्ट में सफलता भी हासिल कर ली है.
पुरुषों के लिए बनी गर्भ निरोधक गोली, पहले टेस्ट में पास भी हो गई
Birth Control Pills For Males: इस दवा का 16 लोगों पर ट्रायल किया गया. कम लोगों पर किए गए टेस्ट को इस दवा ने पास कर लिया है. इंसानों से पहले दवा का टेस्ट चूहों और अन्य जानवरों पर भी किया गया. चूहों में यह दवा काफी असरदार दिखी और 99 प्रतिशत पॉजिटिव रिजल्ट मिले.

लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, गोली का नाम YCT-529 है. इस दवा को कोलंबिया यूनिवर्सिटी और YourChoice Therapeutics नाम की कंपनी ने मिलकर बनाया है. कंपनी ने 16 लोगों पर इस दवा का ट्रायल किया. टेस्ट के दौरान देखा गया कि दवा शरीर में सही मात्रा में पहुंच रही है या नहीं. साथ ही यह भी देखा गया कि दवा लेने वालों में गंभीर लक्षण जैसे दिल की धड़कन बढ़ना, हार्मोनल बदलाव, सूजन, सेक्सुअल क्षमता में बदलाव, तो नहीं दिखाई दे रहे.
ट्रायल के दौरान सभी को इसकी डोज दी गई. टेस्ट के बाद किसी भी शख्स में कोई गंभीर लक्षण या नतीजे देखने को नहीं मिले. परीक्षण करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि कम लोगों पर किए गए टेस्ट को इस दवा ने पास कर लिया है. अब यह दवा ज्यादा लोगों पर टेस्ट करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. बड़े टेस्ट के दौरान दवा की सुरक्षा और असर दोनों पर ध्यान दिया जाएगा. इसके परिणामों को कम्युनिकेशंस मेडिसिन जर्नल में 22 जुलाई को प्रकाशित किया गया.
पुरुषों के पास बर्थ कंट्रोल के विकल्पअभी तक पुरुषों के स्तर पर बर्थ कंट्रोल करने के लिए ज्यादा विकल्प मौजूद नहीं हैं. सिर्फ कंडोम और नसबंदी का ही ऑप्शन था. लेकिन अगर आगे चलकर इस दवा को मंजूरी मिलती है तो यह इस कैटिगरी की पहली दवा होगी. मिनेसोटा यूनिवर्सिटी के फार्मेसी कॉलेज की प्रोफेसर गूंडा जॉर्ज का कहना है कि यह दवा पुरुषों के लिए एक सुरक्षित और असरदार विकल्प हो सकती है. इसकी वजह से कपल्स को बर्थ कंट्रोल के ज्यादा ऑपशन मिल सकेंगे.
इंसानों से पहले दवा का टेस्ट चूहों और अन्य जानवरों पर भी किया गया था. चूहों में यह दवा काफी असरदार दिखी और 99 प्रतिशत पॉजिटिव रिजल्ट मिले. टेस्ट के दौरान यह भी पता चला कि चूहों के दवा लेना बंद करने पर उनकी प्रजनन क्षमता वापस लौट आती थी.
मेल बर्थ कंट्रोल पिल कैसे करती है काम?यह दवा शरीर में कुछ खास सिग्नल्स देकर स्पर्म प्रोडक्शन को अस्थायी रूप से रोक देती है. दरअसल हमारे शरीर में रेटिनोइक एसिड रिसेप्टर अल्फा का एक प्रोटीन होता है. यह शरीर में स्पर्म का प्रोडक्शन करता है. यह दवा इसी प्रोटीन को कुछ समय के लिए रोक देती है, जिससे कुछ देर के लिए शरीर में स्पर्म प्रोडक्शन रुक जाता है.
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