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कारवाले ने ट्रैफिक पुलिस वाले को 1 किलोमीटर तक बोनट पर घसीटा, जानते हैं रुका कैसे?

दस मिनट तक ट्रैफिक पुलिस का सिपाही कार के बोनट पर लटका रहा. फिर अंत में रेलवे फाटक ने पुलिस वाले की जान बचा ली.

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ट्रैफिक पुलिस की सांकेतिक फोटो(फोटो: इंडिया टुडे)

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Uttar Pradesh Lucknow) में एक ट्रैफिक पुलिस वाले को कार के बोनट पर लगभग एक किलोमीटर तक घसीटा गया. घटना के वक्त ट्रैफिक पुलिस के सिपाही योगेश ड्यूटी पर थे. तेज रफ्तार कार ड्राइवर को रोकने की कोशिश के दौरान ये हादसा हुआ. एक किलोमीटर बाद कार रुकी, तो पुलिस वाले ने बोनट से उतरकर अपनी जान बचाई. मामले को लेकर आरोपी कार ड्राइवर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है.

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आजतक से जुड़े सत्यम मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार 16 जनवरी की शाम लखनऊ के गोसाईगंज चौराहे पर ट्रैफिक सिपाही योगेश की ड्यूटी लगी थी. ड्यूटी के दौरान वो ट्रैफिक मैनेज कर रहे थे. तभी चौराहे से कुछ बच्चे रोड क्रॉस करने पहुंचे. बच्चों की सुविधा के लिए योगेश ने वहां से गुजर रही गाड़ियों को रोक दिया. उसी दौरान अनिल सिंह नाम का शख्स वैगनआर कार लेकर तेजी से उनकी तरफ आ रहा था.

योगेश ने अनिल सिंह की कार रोकने की कोशिश की. तो उसने गाड़ी और तेज कर दी. उसने गाड़ी योगेश पर चढ़ाने की कोशिश की. बचाव के लिए योगेश गाड़ी के सामने उछले और गाड़ी के बोनट पर आ गए. बावजूद इसके अनिल ने गाड़ी नहीं रोकी और योगेश को लगभग दस मिनट तक कार के बोनट पर घसीटता रहा. इस दौरान योगेश ने उससे कई बार गाड़ी रोकने के लिए कहा लेकिन उसने योगेश की बात को अनसुना कर दिया. आगे जाकर रास्ते में रेल फाटक बंद होने की वजह से मजबूरी में उसे गाड़ी रोकनी पड़ी. तब जाकर योगेश ने कूदकर अपनी जान बचाई.

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पुलिस ने क्या बताया?

घटना को लेकर पीड़ित सिपाही ने आरोपी अनिल सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. गोसाईगंज थाने के SHO महेंद्र शुक्ला ने बताया कि सिपाही योगेश की तहरीर पर IPC की धारा 279 (तेज गाड़ी चलाना), 336 (जानबूझ कर चोट पहुंचाना) और 356 ( चोरी करते वक्त किसी व्यक्ति के साथ बल का प्रयोग करना) के तहत शिकायत दर्ज कर ली गई है. आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. 

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