बलजिंदर सिंह बल्ली. पंजाब के मोगा ज़िले के एक ब्लॉक अध्यक्ष. कांग्रेस पार्टी के एक लोकल नेता. बीते सोमवार, 18 सितंबर की रात बलजिंदर सिंह बल्ली (Baljinder Singh Balli) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या की ज़िम्मेदारी कनाडा में रह रहे एक शख़्स ने ली है. बदले की मंशा के साथ हत्या में 'ख़ालिस्तान' ऐंगल होने की भी बात है.
पंजाब में कांग्रेस नेता की हत्या, 'ख़ालिस्तानी' आतंकवादी ने ली ज़िम्मेदारी!
कनाडा-भारत के तनाव के बीच कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष की हत्या और 'ख़ालिस्तानी' कनेक्शन की कहानी!

पुलिस ने जानकारी दी है कि दो हमलावर बल्ली के घर पर आए थे. एक घर में घुसा, दूसरा बाहर बाइक पर इंतज़ार करता रहा. दो गोली मारी. एक सीने में लगी, दूसरी जांघ में. घटना CCTV कैमरे में क़ैद हुई और फुटेज सोशल मीडिया पर तैरने लगी.
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आउटलुक की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, घटना से ठीक पहले बल्ली हज़ामत बनवा रहे थे. उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया. उसने उनसे कुछ दस्तावेज़ों पर दस्तख़त करने के लिए कहा. बलजिंदर ये मानकर निकले कि रूटीन मामला है, ब्लॉक का कोई मसला होगा. बाहर निकलते ही हमलावरों ने ओपन-फ़ायर कर दिया. बल्ली को गोली लगी. वो गिरे, फिर उठे. उन्हें फ़ौरन नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
घटना के बारे में स्थानीय अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया और पुलिस ने जांच शुरू कर दी.
'आतंकवादी' कनेक्शन?घटना के कुछ घंटे बाद भगोड़े गैंगस्टर अर्शदीप सिंह गिल उर्फ़ अर्श डाला ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि उसने बल्ली को मारा है. अर्शदीप सिंह, डाला गांव का रहने वाला है. लेकिन माना जाता है कि भागकर कनाडा में चला गया है. वहां छिपा हुआ है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, गृह मंत्रालय ने इसी साल की जनवरी में डाला को नामित आतंकवादी घोषित कर दिया था. मंत्रालय का इंटेलिजेंस था कि अर्श डाला हत्या, जबरन वसूली के साथ आतंकी गतिविधियों में भी शामिल है.
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अपनी फेसबुक पोस्ट में अर्श डाला ने बल्ली पर आरोप लगाए हैं. उसे अपराध की दुनिया में लाने और उसकी मां को उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. पोस्ट मूल रूप से पंजाबी में लिखा गया था. ये उसका भावानुवाद है:
"डाला गांव में बल्ली की हत्या के लिए मैं ज़िम्मेदार हूं. अपने गांव की राजनीति ने मुझे इस रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया था. इस आदमी (बल्ली) ने मेरी मां को एक हफ़्ते तक पुलिस हिरासत में रखवाया. मेरे दोस्तों को भी गिरफ्तार करवाया. पुलिस इसके साथ मिली हुई थी.. यहां तक कि मेरे घर में तोड़-फोड़ करवा दी. उसने सिर्फ़ अपनी अफ़सरशाही पाने के लिए मेरा घर उजाड़ दिया.. मेरी जिंदगी का मक़सद अपनी ज़िंदगी जीना नहीं, बल्कि उसे मारना था. हम चाहते तो उसके बच्चे को भी मार देते, लेकिन उस बच्चे का कहीं कोई दोष नहीं था. जो लोग उससे हमदर्दी रखते हैं, उनके घर भी हमारे लिए दूर नहीं हैं."
मौक़े पर पहुंचे मोगा के SSP जे एलनचेझियन ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है. फेसबुक पोस्ट की जांच की जा रही है. महना थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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