"श्री योगी आदित्यनाथजी ने कुशीनगर के कठघरही गांव के श्री बाबर जी की लोगों द्वारा पिटाई से हुई मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री जी ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.उन्होंने मामले की गहनता से निष्पक्ष जांच हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए हैं."
यूपी : BJP की जीत पर बाबर ने मिठाई बंटवाई, रिश्तेदारों ने पीट-पीटकर मार डाला!
बाबर की मौत पर सीएम योगी ने क्या कहा?
Advertisement

भाजपा की जीतने की खुशी में मिठाई बांटता बाबर आलम (फ़ोटो - आजतक)
यूपी का कुशीनगर. यहां से एक बाबर आलम नाम के व्यक्ति की मॉब लिंचिंग की घटना सामने आ रही है. खबरों के मुताबिक, बाबर यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का जश्न मना रहा था. मिठाई बांट रहा था. इसे लेकर कुछ लोगों से बहस हुई, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई है. इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहन जांच के आदेश भी दिए हैं.
क्या है पूरा मामला?
मामला रामकोला थानाक्षेत्र के कटगरही गांव का है. आजतक से बातचीत में बाबर के भाई चंदे आलम ने बताया है कि जब 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आए, तो भाजपा के जीतने की खुशी में बाबर आलम ने गांव में मिठाई बंटवाई. इस वजह से उसके पड़ोसी नाराज थे. तनाव बरकरार रहा. लेकिन बात बढ़ गई 20 मार्च को. जब अपनी दुकान से लौटने के बाद बाबर ने 'जय श्रीराम' का नारा लगा दिया. पट्टीदार गुस्सा गए. हमला कर दिया. बाबर हमले में घायल हुए और उन्हें उसके बाद जिला अस्पताल ले जाया गया, वहां से लखनऊ भेज दिया गया. लखनऊ में इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई. मीडिया में अभी तक आई जानकारी के मुताबिक,अजीमुल्लाह, आरिफ, ताहिद, परवेज ने बाबर पर हमला किया. आजतक से बातचीत में बाबर की पत्नी फातिमा ने बताया कि पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी बाबर को पीट रही थीं. जान बचाने के लिए बाबर छत पर चढ़ गया. लेकिन पड़ोसी वहां भी पहुंच गए और बाबर को वहां से नीचे फेंक दिया. बाबर की मां जैबुन्निशा ने कहा कि छत से गिरे बाबर को रामकोला सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से जिला अस्पताल और फिर लखनऊ रेफर कर दिया गया. लखनऊ में इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई.
पुलिस कार्रवाई में ढिलाई?
बाबर के परिजनों ने पुलिस कार्रवाई में ढिलाई का आरोप लगाया है. कहा है कि रामकोला थाने से लेकर उच्च अधिकारियों ने शुरुआत में कोई मदद नहीं की. लेकिन बाद में रामकोला थाने में दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया.
परिजनों ने किया अंतिम संस्कार से इंकार
खबरों के मुताबिक, जब 26 मार्च 2022 की रात बाबर का शव गांव पहुंचा, तो उसके परिजनों ने सुपुर्दे-खाक करने से इंकार कर दिया. परिजनों ने शव को दरवाजे पर रखा और एसडीएम को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे. लगभग 6 घंटे बाद एसडीएम कसया वरुण कुमार पांडेय और बाकी अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई के आश्वासन पर बाबर का अंतिम संस्कार किया जा सका.
मुख्यमंत्री ने दिए गहन जांच के आदेश
घटना सामने आने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं. इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया,
पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पुलिस ने आरिफ़ और ताहीद को अरेस्ट कर लिया है, जबकि दूसरे आरोपियों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है. अखबार के मुताबिक, पुलिस को इस बात की भी जानकारी मिली है कि बाबर का अपने पड़ोसियों और दूर के रिश्तेदारों से कोई विवाद भी चल रहा था.
Add Lallantop as a Trusted Source

Advertisement
Advertisement
Advertisement