The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

दादा की मौत के कारण बच्ची परीक्षा के लिए लेट हुई, पुलिस आई और फिर...

पुलिस के काम की हो रही तारीफ

post-main-image
कोलकाता पुलिस ने शेयर की तस्वीरें

पुलिस प्रशासन से जुड़ी कई खबरें सोशल मीडिया पर आती रहती हैं. कुछ गलत तो कुछ अच्छी. कई बार पुलिस अपने कामों के लिए सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन जाती है. अब ऐसा ही कुछ कोलकाता पुलिस के साथ हुआ है. कोलकाता पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने एक लड़की को उसके एग्जाम सेंटर तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनवा दिया. लड़की एग्जाम के लिए लेट हो गई थी. वो रोने लगी. उसे देख कोलकाता पुलिस के इंस्पेक्टर ने तुरंत उसे अपनी गाड़ी में बैठाया और एग्जाम सेंटर (Kolkata Police Inspector Makes Green Corridor For A Girl Student) ले गया. इस घटना को पुलिस ने शेयर किया. यहां से इसे लाखों लोग पढ़ चुके हैं.

कोलकाता पुलिस ने 25 फरवरी को फेसबुक पर एक पोस्ट किया. इसमें एक बच्ची के साथ पुलिस अधिकारी की फोटो शेयर की. इसे शेयर करते हुए कोलकाता पुलिस ने लिखा कि आज सुबह 11.20 बजे हावड़ा ब्रिज ट्रैफिक गार्ड पर तैनात इंस्पेक्टर सौविक चक्रवर्ती राजा कटरा के पास स्ट्रांड रोड पर पट्रोलिंग कर रहे थे. उन्होंने देखा कि एक छोटी सी लड़की रोते-रोते लोगों से हेल्प मांग रही थी. पूछने पर पता चला कि वो माध्यमिक परीक्षार्थी थी और उसका एग्जाम सेंटर श्याम बाजार स्थित आदर्श शिक्षा निकेतन था. उसका घर एनएस रोड पर था. उसके दादाजी का निधन हो गया था और सभी घरवाले अंतिम संस्कार में गए थे. इस वजह से अकेली थी और एग्जाम के लिए लेट हो गई थी.'


आगे पुलिस ने लिखा कि वो मदद मांगने से लिए इधर-उधर भाग रही थी. उसकी परिस्थिति को देखते हुए सौविक ने उसे तुरंत अपनी सरकारी गाड़ी में बैठाया. ट्रैफिक कंट्रोल रूम को बताकर ग्रीन कॉरिडर बनवाया और उसे एग्जाम सेंटर ले गए. वे एग्जाम सेंटर 11.30 बजे पहुंच गए. ठीक सेंटर के गेट खुलते ही. इंस्पेक्टर ने लड़की को बेस्ट ऑफ लक भी कहा.' ये पोस्ट काफी वायरल है. लोग पुलिस के इस जवान की तारीफ कर रहे हैं. कह रहे हैं कि पुलिस को आम लोगों के साथ ऐसा ही रिश्ता रखना चाहिए. लोगों ने तो इस घटना पर अलग-अलग कॉमेंट्स किए हैं. वैसे आपका इस पूरे मामले पर क्या मानना है? हमें कॉमेंट करके बताइए और ऐसी ही वायरल खबरों के लिए पढ़ते रहिए द लल्लनटॉप.

वीडियो: सोशल लिस्ट: पवन खेड़ा की हिरासत पर BJP, दिल्ली पुलिस, LIC और अडानी को क्या कहा गया?