यूं तो भारत में सारे ही ड्राइवर कलाकार होते हैं, लेकिन एंबुलेंस के ड्राइवर बिलकुल अलग लीग के होते हैं. सायरन बजाती, सरपट भागती एंबुलेंस सड़क पर ऐसी ऐसी ‘सिचुएशन’ से निकल जाती है, कि लोग मरीज़ के साथ-साथ ड्राइवर के लिए भी दुआ कर देते हैं. लेकिन जैसा कि एक महान शख्स (अभी नाम याद नहीं आ रहा) ने कभी कहा था,
एंबुलेंस टक्कर मारकर भाग रही थी, लोगों ने रोककर दरवाज़ा खुलवाया तो अंदर ये दिखा
घटना पर मौजूद लोगों ने एंबुलेंस के अंदर का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

‘जो काम करता है, गलती करता है.’
ऐसे में एंबुलेंस भी कभी न कभी ठुक जाती है. या सड़क पर किसी को टक्कर मार देती है. ऐसी ही एक बदकिस्मत एंबुलेंस 16 अक्टूबर की रात महाराष्ट्र के कोल्हापुर की सड़कों पर सायरन बजाती दौड़ रही थी. फिर भिड़ गई. दो बाइक वालों को टक्कर लगी. लेकिन एंबुलेंस रुकी नहीं. तो जनता ने पीछा किया. एंबुलेंस रुकवाई गई. और दरवाज़ा खुला तो लोग क्या देखते हैं, एंबुलेंस में मरीज़ नहीं, डॉक्टर (भविष्य के) भरे थे. वो भी गरबा वाले कपड़ों में. जी हां. ये हुआ है. वाकई हुआ है.
आजतक से जुड़े दीपक सूर्यवंशी की रिपोर्ट के मुताबिक़ एंबुलेंस में बैठी छात्राएं कोल्हापुर के शेंडा पार्क के पास शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय (शासकीय मेडिकल कॉलेज) में पढ़ाई कर रही हैं. रात 10 बजे सभी छात्राएं गरबा खेलकर वापस हॉस्टल लौट रही थीं. उसी समय कोल्हापुर के हॉकी स्टेडियम से गोखले कॉलेज की ओर जाने वाली सड़क पर एंबुलेंस की टक्कर दो बाइकवालों से हो गई. टक्कर के वक्त एंबुलेंस का सायरन भी बज रहा था. घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने एंबुलेंस को रोकने की कोशिश की. कुछ लोगों ने एंबुलेंस का पीछा किया तो देखा कि ड्राइवर के बगल में दो युवतियां बैठी थीं. बाद में लोगों ने एंबुलेंस को जबरदस्ती रोका और ड्राइवर से एंबुलेंस का पिछला दरवाजा खोलने को कहा. पहले तो ड्राइवर ने मना कर दिया. बाद में लोगों के दबाव के चलते दरवाजा खोला गया. तब छात्राएं नज़र आईं, जो कि अपना चेहरा छिपा रही थीं.
वायरल वीडियो में आप लोगों को मराठी में कहते हुए सुन सकते हैं,
“मरीज कहां पर है? ये एंबुलेंस के अंदर क्या चल रहा है. ये लोग कौन हैं. इनको पुलिस में देना चाहिए.''
कुछ लोगों ने बीच बचाव भी किया. कि गलती ड्राइवर की है, तो छात्राओं को झिड़कने से क्या मिलेगा. वो बोले,
‘’इन्हें (छात्राओं) को बोलकर कुछ नहीं होगा, इनका बस वीडियो बना लेना चाहिए.”
आजतक से बातचीत करते हुए शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के डीन ने बताया कि जांच करने के आदेश दिए गए हैं. रिपोर्ट 2 दिन में आएगी. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ लोगों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी. मौके पर जूना राजवाड़ा पुलिस की गश्ती टीम पहुंची. ड्राइवर का लाइसेंस जांचने के बाद एंबुलेंस को रवाना कर दिया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक एंबुलेंस में बैठी सभी छात्राएं ट्रेनी डॉक्टर हैं.
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