दिल्ली (Delhi) में बदरपुर फ्लाईओवर (Badarpur Flyover) पर रविवार, 7 अगस्त की रात को रोड एक्सीडेंट (Road Accident) में फूड डिलीवरी करने वाले एक युवक (Food Delivery Man) की मौत हो गई. खबर के मुताबिक, युवक बाइक से गिर गया और किसी बड़े वाहन की चपेट में आकर उसकी मौत हुई. पुलिस ने बताया कि युवक की बाइक से उन्हें चीनी मांझा (Kite String) लिपटा हुआ मिला है. आशंका है कि इस मांझे की वजह से ही एक्सीडेंट हुआ है. रविवार को ही मोटरसाइकिल की सवारी करते समय एक चीनी मांझा गले में फंस जाने से 22 साल का एक एमबीए का छात्र भी गंभीर रूप से घायल हो गया. हालांकि उसे घटना के तुरंत बाद अस्पताल में भर्ती करा दिया गया और उसकी जान बच गई.
दो लोगों को चाइनीज़ मांझे ने शिकार बनाया, एक को लोगों ने बचाया और एक के पास कोई पहुंचा ही नहीं
एक घंटे भर तक सड़क पर लावारिस पड़ा रहा तो दूसरे को 10 मिनट में ले जाया गया अस्पताल!

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, फूड डिलीवरी करने वाले मृत युवक का नाम नरेंद्र कुमार है और उसकी उम्र 28 साल है. परिवार में पत्नी विमला और दो बच्चे शीनू और अक्की हैं. परिवार ने बताया कि नरेंद्र ने ऑटो-पार्ट्स वर्कशॉप में नौकरी गंवाने के बाद तीन-चार हफ्ते पहले ही फूड डिलवरी कंपनी जोमैटो ज्वाइन किया था. घर चलाने के लिए वो लगभग आधी तनख्वाह पर काम कर रहा था. वो अन्य नौकरियों की तलाश कर रहा था ताकि अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में भेज सके और मां के मेडिकल बिल भर सके.
डीसीपी (दक्षिण पूर्व) ईशा पांडे ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया-
“घटना के बारे में रात 11.56 बजे फोन आया और हम मौके पर पहुंचे. नरेंद्र तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन के पास पड़ा मिला था. उसका सिर एक वाहन से कुचला गया था और मौके पर उसकी डैमेज बाइक मिली थी. बाइक के पैडल में टायर के पास एक मांझा भी फंसा मिला. हमें संदेह है कि वो इसकी वजह से गिर गया और किसी वाहन ने उसे कुचल दिया.”
इसके बाद नरेंद्र के शव को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. परिवार और सहयोगियों ने आरोप लगाया कि नरेंद्र लगभग एक घंटे तक सड़क पर लावारिस पड़ा रहा और कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आया. जांच में पता चला है कि मौके पर कोई सीसीटीवी नहीं था.
10 मिनट के अंदर अस्पताल ले जाया गयादूसरी ओर एमबीए के जिस छात्र की जान बचा ली गई, उसका नाम अभिनव बताया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त पीड़ित अभिनव जगतपुरी जा रहा था. बचाने वाले दानिश ने दुर्घटना के 10 मिनट के भीतर अभिनव को अस्पताल पहुंचा दिया था. इस मामले में पुलिस ने बताया है कि उन्हें शाम 6.50 बजे एक पीसीआर कॉल मिली और अभिनव को मैक्स अस्पताल पटपड़गंज में भर्ती कराया गया. उन्होंने कहा कि अभिनव की सर्जरी हुई है और उसकी हालत अब ठीक है.
चाइनीज मांझे के निर्माण में पांच तरह के केमिकल और कई धातुओं का इस्तेमाल होता है. एल्युमिनियम ऑक्साइड और लेड का इस्तेमाल भी इसमें किया जाता है. यह सभी चीजें मिक्स होकर तेज धार वाला ऐसा चाइनीज मांझा बनाती हैं, जिसे कोई नहीं काट सकता. इसकी बिक्री सबसे ज्यादा है. मॉनसून के दौरान बारिश में भी ये खराब नहीं होता. हालांकि दिल्ली समेत कई इलाकों में चाइनीज मांझे के इस्तेमाल और बिक्री पर प्रतिबंध है, फिर भी धड़ल्ले से बिक्री और इस्तेमाल जारी है.
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