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एकड़ भर जमीन, 4 घर, सोने के जेवर, लाखों का सामान, सरकारी बागवान के यहां छापे में ये सब मिला

कर्नाटक का एंटी करप्शन ब्यूरो सरकारी अधिकारियों के ठिकानों पर छापा मार रहा है.

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राज्य की जांच एजेंसी ने 21 सरकारी कर्मचारियों के ठिकानों पर मारा छापा (फोटो: एएनआई)

कर्नाटक (Karnataka) के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी ACB ने आय से अधिक संपत्ति के मामलों में 21 सरकारी कर्मचारियों की एक लिस्ट बनाई और इनके खिलाफ छापेमारी शुरू की. करीब 555 जांच अधिकारियों ने एक साथ इन 21 सरकारी कर्मचारियों से जुड़े 80 ठिकानों पर छापा मारा और दस्तावेजों का सत्यापन किया. इस दौरान कई संपत्तियों को जब्त भी किया गया. इसी छापेमारी के दौरान एक बागवान के पास से बेहिसाब संपत्ति ने जांच एजेंसी के अधिकारियों को भी हैरान कर दिया. 

दरअसल, कर्नाटक की एंटी करप्शन ब्यूरो के निशाने पर एक बागवान भी था. ACB के मुताबिक, इस बागवान का नाम शिवलिंगाइया है. शुक्रवार, 17 जून को जब ACB के अधिकारियों ने शिवलिंगाइया के बेंगलुरू स्थित घर छापा मारा, तो इस छापेमारी में उसके घर से 510 ग्राम के सोने के गहने, 700 ग्राम की चांदी की चीजें, दो दोपहिया वाहन, तीन कारें, 86 हजार रुपये कैश और घर के अंदर करीब 10 लाख का सामान मिला. यही नहीं, जब अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच की, तो पता चला कि उसके नाम 4 घर और एक खाली प्लॉट भी है. साथ ही एक एकड़ से ज्यादा खेती की जमीन भी है. शिवलिंगाइया बेंगलुरू डेवलपमेंट अथॉरिटी के तहत काम कर रहे थे.

इसके अलावा एसीबी अधिकारियों ने IGR दफ्तर के डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार मधुसूदन. वी. के बेंगलुरु स्थित दो मकानों सहित दूसरे ठिकानों पर छापा डाला, तो वहां से 39 लाख रुपये कैश, लगभग ढाई किलो सोने के जेवर और पांच किलो चांदी के जेवर मिले, जिन्हें जब्त कर लिया गया है. एसीबी के सूत्रों का कहना है कि फिलहाल, ज्यादा जानकारी साझा नही की जा सकती, क्योंकि छापेमारी अभी भी जारी है.  

इन अधिकारियों के ठिकानों पर पड़ा छापा 

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक एसीबी सूत्रों ने का कहना है कि जिन अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है, उनमें सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और ग्रामीण विकास और पंचायत राज के इंजीनियर शामिल हैं. इनके अलावा एक पुलिस इंस्पेक्टर, निबंधन महानिरीक्षक कार्यालय में जिला पंजीयक, सड़क परिवहन अधिकारी, निर्माण केंद्र के परियोजना निदेशक, गडग जिले में पंचायत ग्रेड-2 सचिव और पशु चिकित्सा विभाग में सहायक नियंत्रक के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई.