
रामचंद्र छत्रपति
पिछले साल पंचकुला में माहौल बेहद गरम था. डेरा और राम रहीम के गुंडे आगजनी, मार-काट सब कर रहे थे. सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद वहां तकरीबन 2 लाख लोग इकट्ठा हो गए थे. शुक्रवार, 25 अगस्त 2017 को कर्फ्यू जैसी स्थिति में सीबीआई कोर्ट में पहुंचे थे जज जगदीप सिंह और ऐतिहासिक फैसले पर दस्तखत किए थे. ये फैसला था राम रहीम को 20 साल कैद का, जो एक रेप केस में सुनाया गया था. ये केस राम रहीम की दो शिष्याओं ने 16 साल पहले दर्ज कराया था.
जगदीप सिंह, जिन्हें उनके महकमे के लोग शांत, काबिल और अपने काम के प्रति समर्पित आदमी के तौर पर जानते हैं. पंचकुला में सीबीआई स्पेशल जज के पद पर जगदीप की पोस्टिंग 2 साल पहले हुई.
सितंबर 2016 में उनकी बड़ी तारीफ हुई थी. जब उन्होंने चार लोगों को अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई थी. इनका रोड एक्सीडेंट हुआ था. नहीं तो आजकल लोग क्या करते हैं कि मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगते हैं.हुआ ये था कि हिसार से पंचकुला जा रहे थे. रास्ते में देखा कि चार लोग घायल पड़े हुए हैं. रपट कर एंबुलेंस को फोन किया. एंबुलेंस ऑपरेटर ने कहा "उड़ के आ जाएं क्या?" इस जवाब के बाद उन्होंने राहगीरों की मदद से उनको अपनी गाड़ी में डाला और जींद के अस्पताल पहुंचा दिया.

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