इजरायल और हमास (Israel-Hamas Conflict) के युद्ध के बीच हमास के निर्वासित सदस्य अली बराकेह ने कहा कि हमास को भी इतनी तबाही का अंदाज़ा नहीं था. हमास ने उम्मीद की थी कि इजरायल इस हमले को रोक लेगा या उसे सीमित कर देगा.
इजरायल में ऐसी तबाही का अंदाजा हमास को भी नहीं था, आगे के प्लान पर बड़ा खुलासा
इजरायल और हमास के युद्ध के बीच हमास के निर्वासित सदस्य अली बराकेह का बयान सामने आया है. बराकेह ने कहा कि हमास को भी इतने बड़े स्तर पर तबाही होने का अंदाज़ा नहीं था.

बेरूत में न्यूज़ एजेंसी एपी से बात करते हुए बराकेह ने कहा,
"हम इतने बड़े स्तर पर तबाही देखकर हैरान हैं. हम कुछ लोगों का अपहरण कर अपने लिए फायदा चाह रहे थे. उनकी सेना केवल कागज़ों की शेर है."
हमास की तरफ से कहा गया कि वो इजरायल के साथ एक लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार है. बराकेह ने कहा,
"गाजा के कुछ शीर्ष कमांडर्स को ही इजरायल में 7 अक्टूबर को हुए हमले के बारे में पता था. यहां तक कि हमास के करीबी सहयोगियों को भी हमले के समय के बारे में पहले से जानकारी नहीं थी."
ये भी पढ़ें- Hamas से जंग के बीच इजरायली दूतावास पर कड़ा पहरा
बराकेह ने ये भी बताया कि अगर गाजा को खत्म करने के लिए हमला होगा तो उनके सहयोगी ईरान और लेबनानी हिजबुल्लाह समूह उनका साथ देंगे. उन्होंने पहले भी हमास की मदद की है. लेकिन 2014 में गाज़ा युद्ध के बाद से हमास खुद ही अपने रॉकेट बना रहा है. वो अपने लड़ाकों को खुद ही ट्रेनिंग दे रहा है.
हमास की तरफ से ये भी कहा गया कि उसने जिन इजरायली लोगों को बंधक बना रखा है, उनका इस्तेमाल इजरायल और विदेशों में हिरासत में लिए गए फिलिस्तीनियों की रिहाई के लिए किया जाएगा. अली बराकेह ने हमास के पास मौजूद हथियारों के बारे में कहा,
"हमास के पास लंबे समय तक चलने वाले रॉकेट्स का जखीरा है. हमने इस लड़ाई के लिए अच्छे से तैयारी कर रखी है. हर स्थिति के लिए हम तैयार हैं. भले ही ये लड़ाई लंबे समय तक चलती रहे."
ये भी पढ़ें- इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हुआ ओस्लो समझौता क्या है?
1700 लोगों की मौतबराकेह ने कहा कि पिछले कुछ सालों से इजरायल की दक्षिणपंथी सरकार ने जिस तरह के कदम उठाए हैं, ये हमला उसी का परिणाम है. इजरायल के सरकार के इन कदमों में जेरूसलम के पवित्र स्थान पर राजनैतिक दौरे और इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों पर दबाव बढ़ाना भी शामिल है. उन्होंने ये भी कहा कि हमास को लगता है कि इजरायल उनके बड़े नेताओं को मारने की योजना बना रहा है.
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर कई रॉकेट्स से हमला किया था. तब से इजरायल और हमास के बीच लड़ाई चल रही है. इजरायल में अब तक 1000 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं गाजा पट्टी में इजरायली हमलों के चलते 700 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
ये भी पढ़ें- जब मोसाद ने म्यूनिख हमले के लिए लोगों को चुन-चुन कर निशाना बनाया
वीडियो: दुनियादारी: इजराइल का गाजा में हमास पर हमला क्या फिलिस्तीन के साथ फिर से युद्ध का संकेत है?