ईरान ने अमेरिका पर पलटवार करते हुए उसके कतर में मौजूद एयरबेस पर मिसाइल हमला कर दिया है. सोमवार, 23 जून की रात ईरान ने कतर में अमेरिका के अल-उदीद एयरबेस पर 6 मिसाइलें दागीं. 22 जून को अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और इस्फहान में एयर स्ट्राइक की थी. इसी के जवाब में अब ईरान ने अमेरिकी एयरबेस पर जवाबी हमला किया है.
ईरान ने कतर में अमेरिकी एयरबेस पर दागी मिसाइलें, फिर कहा- 'जैसा तुमने मारा, वैसा ही हम मारेंगे'
Iran ने America से बदला लेने की कार्रवाई शुरू कर दी है. उसने Qatar में मौजूद अमेरिका के Al-Udeid Air Base पर मिसाइलें दागी हैं. इससे मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है.

फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर अमेरिका ने बंकर बस्टर बम गिराया था, जिसके बाद ईरान ने अमेरिका को परिणाम भुगताने की चेतावनी दी थी. ईरान के सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने 'ऑपरेशन हेरॉल्ड ऑफ विक्ट्री' लॉन्च कर दिया है. इसके तहत ईरान अमेरिकी ठिकानों पर सैन्य हमले कर रहा है.
ईरान की सुप्रीम सिक्योरिटी काउंसिल के सचिवालय ने अमेरिकी बेस पर हमले के बाद प्रतिक्रिया दी है. बयान में कुरान की आयत का हवाला देते हुए कहा गया है,
"तो जिसने भी तुम पर हमला किया है, तुम भी उसी तरह उस पर हमला करो, जिस तरह उसने तुम पर हमला किया है."
बयान में आगे कहा गया,
"ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी पर अमेरिका के आक्रामक और बेशर्म हमले के जवाब में कुछ घंटे पहले इस्लामी गणराज्य ईरान की ताकतवर सेना ने कतर में स्थित अमेरिकी एयरबेस अल-उदीद पर मिसाइल हमला किया और उसे तबाह कर दिया. इस सफल ऑपरेशन में जितनी मिसाइलें इस्तेमाल की गईं, उनकी संख्या उतनी ही थी जितने बम अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर गिराए थे."
ईरान ने साफ किया कि मिसाइल हमला ‘भाईचारे वाले देश’ कतर को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं है. बयान में लिखा है,
“टारगेट बेस कतर के शहरी इलाकों और रिहायशी इलाकों से दूर मौजूद है, जिससे नागरिकों को कम से कम जोखिम सुनिश्चित हुआ. इस कार्रवाई से हमारे मित्र और भाईचारे वाले देश कतर या उसके सम्मानित नागरिकों को कोई खतरा नहीं हुआ है. इस्लामी गणराज्य ईरान, कतर के साथ अपने गर्मजोशी भरे और ऐतिहासिक संबंधों को बनाए रखने और आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.”
कतर के अलावा बहरीन में भी सायरन की आवाज सुनी गई. बहरीन के गृह मंत्रालय ने एक्स पर लोगों से सुरक्षित जगह पर जाने के लिए कहा है.
"सायरन बजा दिया गया है. नागरिकों और निवासियों से शांत रहने और नजदीकी सुरक्षित जगह पर जाने का आग्रह किया जाता है."
मौजूदा हालात को देखते हुए कतर में भारतीय दूतावास ने भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है. उसने एक्स पोस्ट में कहा,
"मौजूदा हालात को देखते हुए, कतर में रहने वाले भारतीय समुदाय से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और घर के अंदर ही रहें. कृपया शांत रहें और कतरी अथॉरिटीज के दिए गए स्थानीय समाचारों, निर्देशों और मार्गदर्शन का पालन करें. दूतावास हमारे सोशल मीडिया के जरिए आपको अपडेट करता रहेगा."
उधर कतर ने अपनी जमीन पर किए गए ईरान के हमले की कड़ी निंदा की है. प्रधानमंत्री के सलाहकार और विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता डॉ. माजिद अल अंसारी ने कहा,
"कतर राज्य ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के अल-उदीद एयर बेस को निशाना बनाकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता है. हम इसे कतर राज्य की संप्रभुता, उसके हवाई क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन मानते हैं. हम पुष्टि करते हैं कि कतर अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप, इस बेशर्म आक्रमण की प्रकृति और पैमाने के अनुरूप सीधे जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है."
उन्होंने आगे कहा कि कतर के एयर डिफेंस ने इस हमले को सफलतापूर्वक रोक दिया और ईरान की मिसाइलों को मार गिराया. इस हमले की परिस्थितियों को लेकर रक्षा मंत्रालय जल्द ही एक विस्तृत बयान जारी करेगा.
डॉ. माजिद अल अंसारी ने पुष्टि की कि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ और ना ही किसी की जान गई. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस तरह की सैन्य कार्रवाइयां क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता को खतरे में डालती हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा पर गंभीर संकट आ सकता है. उन्होंने सभी सैन्य कार्रवाइयों को तुरंत रोकने और संवाद तथा बातचीत की मेज पर गंभीरता से लौटने की अपील की.
हालांकि, अमेरिका ने अल-उदीद एयरबेस पर मिसाइल अटैक को खारिज कर दिया है. एक अमेरिकी अधिकारी ने सोमवार, 23 जून को रॉयटर्स को बताया कि किसी भी ईरानी मिसाइल से कतर में अमेरिकी सेना के अल-उदीद एयरबेस पर हमला नहीं हुआ.
वीडियो: खर्चा-पानी: ईरान-इजरायल संकट से गैस और तेल कितने महंगे होंगे?