बाईं तरफ की तस्वीर मई 2017 में खूब वायरल हुई. और इसके साथ ही मेजर गोगोई का भी नाम वायरल हुआ. उन्होंने फारुक दार नाम के एक कश्मीरी को जीप पर बांधकर उसकी परेड निकाली थी. सेना ने बाद में उन्हें सम्मानित भी किया. अब उनका कोर्ट मार्शल होना तय हुआ है. उन्हें सेना का अनुशासन तोड़ने का जिम्मेदार पाया गया है.
आपको मेजर गोगोई याद हैं? उन्हें सेना ने अनुशासन तोड़ने का दोषी पाया है. सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (CoI) ने उन्हें शुरुआती जांच में दोषी पाया है. कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की इस जांच के बाद मेजर गोगोई के खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे. हो सकता है कि उन्हें सीधे सजा दी जाए. या फिर ये हो सकता है कि उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल बिठाई जाए. कोर्ट मार्शल सेना की अदालत है. उसमें भी मेजर गोगोई को अपनी सफाई देने, खुद को बेकसूर साबित करने का मौका मिलेगा.
किस बात की जांच हुई?
श्रीनगर में एक होटल है- द ग्रैंड ममता. मई 2018 में मेजर गोगोई ने इस होटल में ऑनलाइन एक कमरा बुक कराया. 23 मई को वो एक कश्मीरी लड़की के साथ उस कमरे में चेक-इन करने आए. उनका ड्राइवर समीर भी साथ था. लड़की चूंकि लोकल थी, सो होटल स्टाफ ने उसे रूम में नहीं जाने दिया. झगड़ा हुआ, तो पुलिस बुलाई गई. पुलिस ने मेजर गोगोई और उस लड़की, दोनों को हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद उन्हें जाने दिया गया. पहले खबर आई कि लड़की नाबालिग है. फिर पुलिस ने कहा कि वो बालिग है. इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सेना प्रमुख बिपिन रावत को बयान देना पड़ा. उन्होंने कहा कि अगर मेजर गोगोई जांच में दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें सजा दी जाएगी. केस की तफ्तीश का जिम्मा श्रीनगर नॉर्थ ज़ोन के SP सज्जाद शाह को दिया गया. इसके अलावा सेना ने भी अपने स्तर पर जांच की. नीचे इस होटल वाली घटना से जुड़ा एक विडियो देखिए.
किन बातों का दोषी पाया गया है?
इस शुरुआती जांच का फैसला आया है. कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी ने अब मेजर गोगोई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. जांच में उन्हें स्थानीय लड़की के साथ दोस्ती करने का दोषी पाया गया है. जबकि ये सेना के निर्देशों के खिलाफ था. साथ ही, उन्हें ड्यूटी वाली जगह पर मौजूद न होने का भी दोषी पाया गया है.
लड़की की मां ने क्या बताया था?
उस घटना के बाद लड़की की मां नसीमा ने बताया था. कि मेजर गोगोई अपने ड्राइवर समीर मल्ला के साथ कई बार उनके घर आते थे. अक्सर रात के समय उनका आना होता. ऐसा नहीं कि इजाजत लेकर घर में घुसते हों. वो बस घुस आया करते थे. नसीमा ने बताया था-
ये मार्च 2018 की बात होगी. एक रात मेजर गोगोई जबरन हमारे घर में घुस आए. मैं उन्हें देखकर डर गई. बेहोश हो गई. वो हमारा हाल-चाल पूछ रहे थे. उनके साथ एक और आदमी था. दोनों ने सादे कपड़े पहने हुए थे. खोज-खबर लेकर वो दोनों चले गए. बाद में मुझे मालूम चला कि मेजर गोगोई के साथ जो आदमी था, वो लोकीपोरा पोश्कर का रहने वाला है. उसका नाम समीर मल्ला है. उसके बाद मेजर गोगोई और समीर, दोनों अक्सर देर रात हमारे घर आते. समीर मेरी बेटी के साथ बातें करता था. मुझे शक तो हुआ था. मगर मुझे नहीं मालूम था कि यूं सेना के मेजर के साथ होटल में उससे पूछताछ की जाएगी.
मेजर गोगोई क्यों मशहूर हुए थे?
अप्रैल 2017 में मेजर गोगोई का नाम हेडलाइन्स में आया था. उनकी एक तस्वीर खूब वायरल हुई. फारुक अहमद दार नाम के एक कश्मीरी को अपनी जीप के बोनट से बांधकर उन्होंने उसकी परेड निकाली. ये जम्मू-कश्मीर के बड़गांव की बात थी. इस तस्वीर पर खूब विवाद हुआ. सेना ने कहा, फारुक पत्थरबाज था. पोलिंग बूथ को हिंसक भीड़ से बचाने के लिए मेजर गोगोई ने दार को 'ह्युमन शील्ड' बनाया. कइयों ने मेजर गोगोई की पीठ थपथपाई. कइयों ने उनकी आलोचना की. सेना ने मेजर गोगोई को सम्मानित किया.
ये भी पढ़ें: जीप पर कश्मीरी को बांधने वाले आर्मी मेजर गोगोई एक लड़की के साथ हिरासत में लिए गए लड़की की मां ने मेजर गोगोई से जुड़ी एक अहम बात बताई है मेजर गोगोई ने बताया कि उन्होंने एक कश्मीरी को जीप के आगे क्यूं बांधा जिस मेजर ने गाड़ी के बोनट पर कश्मीरी को बांधा था, उसके साथ आर्मी ने क्या किया? 36 घंटे पहले गायब हुए कश्मीरी प्रोफ़ेसर का पिता को फोन आया, कहा, “अल्लाह के पास जा रहा हूं.”
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