The Lallantop

मोदी आए मम्मी मोड में, सांसदों से बोले काम कर लो, फोन कम यूज करो

उधर अनंत कुमार ने सांसदों को पिलाई घुट्टी, बहेलिया आएगा, जाल फैलाएगा, दाने डालेगा, फंसना नहीं.

Advertisement
post-main-image
फोटो - thelallantop
बीजेपी की पार्लियामेंट्री मीटिंग हो रही थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एकदम क्लास लेने के मूड में थे, बोले कि आपको सांसद बने दो साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक ज्यादातर सांसदों ने अपने इलाके की प्रोग्रेस रिपोर्ट नहीं भेजी. ये तो चिंता की बात है. उम्मीद करता हूं जल्द ही आप सब अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट ऑनलाइन जितेंद्र सिंह और मेरे पास भेज देंगे. समझे गुरू? बॉस भड़के हैं, बोले एक्सेल शीट बनाओ. वर्क रिपोर्ट भेजो. हमको भेजो और जितेंद्र सिंह को सीसी में रक्खो. ऐसे काम न चलेगा. इत्ता ही नहीं ये भी बोले कि इस रिपोर्ट में अपने एरिया में क्या कार्यक्रम किए हैं, सरकार की किस स्कीम का कैसा इंप्लीमेंटेशन हुआ है ये भी बताओ.
ये कोई पहली बार है नहीं, इसके पहले भी पीएम पार्लियामेंट्री पार्टी मीटिंग में यही बात कह चुके हैं. बोले हमको दो साल हुए तो आप लोग को भी तो हुए हैं, क्या काम किया दो साल में ये बात जनता तक पहुंचनी चाहिए. लेकिन कुछ सांसद नहीं सुने उनकी, प्रोग्रेस रिपोर्ट नहीं भेजे तो आज हड़काए गए. तीन महीने में दोबारा जो कहना पड़ा है.
अब सुनो सबसे मजे की बात. प्रधानमंत्री वही कहे जो हमारी आपकी मम्मी हम लोग को सारा दिन कहती हैं. दुनिया का कोई काम गड़बड़ाए, कोई बात न सुनो, कुछ भी कहा पूरा न करो तो ठीकरा फूटता है मुएं मोबाइल पर. वही हुआ. प्रधानमंत्री पहले तो डायलॉग चिपके समय धन है, गया हुआ समय लौट कर नहीं आता वाला. फिर बोले एक बार आप सब लोग पता लगाइए फोन पर कितनी देर बात करते हैं, जितना बात करते हों. उसमें से 25% कम बात करने की कोशिश कीजिए. उसके बाद अपने काम को जल्दी खत्म कर लेंगे, और आपकी एनर्जी भी सेव होगी, और आप ज्यादा लोगों से मिल भी पाएंगे.
अनंत कुमार भी काहे पीछे रहें, उनने सांसदों को ज्ञान दिया. "लोगों से बात करते टाइम ये ध्यान रखें कि कोई आपकी बात रिकॉर्ड तो नहीं कर रहा, फिर 2005 में सांसदों के स्टिंग को याद दिलाया और कहा कुछ लोग लालच देकर आपको फंसाने की कोशिश करते हैं, तो उनके ट्रैप में आपको नहीं आना है."

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement