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हैदराबाद में BJP विधायक की राम यात्रा के लिए मस्जिद को ढकने का सच क्या है?

जिन BJP विधायक का जिक्र हो रहा है, उनका नाम है टाइगर राजा सिंह. काफी विवादित नेता हैं.

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सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक पोस्ट के मुताबिक, राम यात्रा की वजह से मस्जिद को कपड़े से ढक दिया गया. लोग लिख रहे हैं कि ये हिम्मत वाला काम बीजेपी के एक विधायक टाइगर राजा सिंह ने किया.
25 मार्च, 2018. पंचांग के मुताबिक, इस दिन रामनवमी थी. तारीख बीती. त्योहार बीता. लेकिन सोशल मीडिया पर रामनवमी अब भी टॉपिक है. एक पोस्ट वायरल हो रही है. पोस्ट में हैदराबाद से जुड़ी एक खबर है. इसमें रामनवमी भी है. और मस्जिद भी है. ये पोस्ट ऐसी है कि लोगों की धार्मिक भावना आहत हो सकती है.
क्या है इस पोस्ट में? पोस्ट में दो तस्वीरें हैं. दोनों में एक मस्जिद जैसी इमारत नजर आती है. ये मस्जिद ऊपर से नीचे तक सफेद कपड़े से ढकी है. पास की सड़क से लोग आ-जा रहे हैं. दूसरी फोटो में इस सफेद कपड़े के ऊपर एक पोस्टर सा टंगा दिखता है. पोस्टर में ऊपर की तरफ राम बने हुए हैं. नीचे की तरफ एक शख्स हाथ जोड़े अभिवादन के अंदाज में नजर आ रहा है. इस पोस्ट में बीजेपी के एक विधायक राजा सिंह का जिक्र है. लिखने वालों का कहना है कि राजा सिंह ने रामनवमी पर एक राम यात्रा निकाली. इसके लिए हैदराबाद की सारी मस्जिदों को ढक दिया गया. पोस्ट में MLA राजा सिंह को बड़ा सूरमा टाइप बताया गया है. लिखा है- इसको कहते हैं 56 इंच. साथ में एक अपील भी की गई है. कि अगर पोस्ट अच्छी लगी हो, तो आगे शेयर करें. पोस्ट के आखिर में 'जय हिंद, जय भारत' का संबोधन भी है.
इसके लाइक और शेयर देखिए. हजारों ने पढ़ा और शेयर किया है.
इसके लाइक और शेयर देखिए. 12 हजार लोगों ने रिएक्शन्स दिए हैं. दिल के भी निशान हैं. किनको इतनी मुहब्बत आई होगी? एक हजार से ज्यादा कमेंट हैं. 1800 लोगों ने इसे शेयर किया है.




एक वीडियो भी वायरल हो रहा है ये पोस्ट तो है ही. इसके अलावा एक वीडियो भी खूब शेयर हो रहा है. करीब 2:33 मिनट की क्लिप है. वीडियो के साथ लिखे टेक्स्ट के मुताबिक, इसमें नजर आ रहे शख्स बीजेपी के विधायक राजा सिंह हैं. उनके पीछे राम की एक मूर्ति है. मूर्ति ने धनुष थामा हुआ है. वीडियो में नजर आ रहा ये शख्स कह रहा है-
भारत माता की जय. जय श्री राम. बस पूरी तैयारी हो चुकी है. कल सुबह 10 बजे श्री रामनवमी शोभा यात्रा स्टार्ट होगी. कल 25 मार्च, 25 मार्च 2018. कल सवेरे 10 बजे. लेकिन गए वर्ष जिस तरह से पुलिस के बड़े अधिकारियों द्वारा जैसे वॉर्निंग आए थे, इस वर्ष कुछ ज्यादा ही वॉर्निंग आ गए हैं. फिर पुलिस फोर्स को इधर डाल दिया गया. और कहने लगे कि इस बार तो हम ऑर्केस्ट्रा भी नहीं बजने देंगे. और हम डीजे भी नहीं बजने देंगे. ऐसा पुलिस के बड़े अधिकारी अभी-अभी यहां आकर बता रहे. तो मैं पुलिस के बड़े अधिकारियों को ये बताना चाहूंगा कि ये देश मेरा देश है. और हम इस देश को हिंदुस्तान कहते हैं. हिंदुस्तान मतलब हिंदुओं का स्थान. और मेरे हिंदुस्तान में भगवान राम के जन्मोत्सव पर क्या लगाना है और क्या नहीं लगाना है, ये आपको बोलने की आवश्यकता नहीं है. और सुप्रीम कोर्ट के जिस ऑर्डर की आप बात बता रहे हैं न, तो अगर आपमें दम है तो पहले मक्का मस्जिद के पोंगे निकालो. पहले मैं चढ़कर निकालूंगा. सुप्रीम कोर्ट का जो ऑर्डर है, वो सिर्फ हिंदुओं के ऊपर नहीं बल्कि मुसलमानों के ऊपर भी इप्लिमेंट होना चाहिए.

वीडियो में और भी बातें कही हैं उन्होंने. तेलंगाना के मुख्यमंत्री पर टिप्पणी की है. पुलिस को चुनौती दी है. वीडियो का लिंक दिया है. प्ले करके सुन लीजिएगा पूरा. इस वीडियो को शेयर करने वालों ने भी एक मैसेज लिखा है. इसका व्याकरण रद्दी है. हम उसमें सुधार करके नीचे लिख रहे हैं. पढ़ लीजिए:
हैदराबाद के बब्बर शेर राजा सिंह के आगे तेलंगाना सरकार का षड्यंत्र नहीं चला. रामनवमी की यात्रा को रोकने के लिए डीजे-ऑर्केस्ट्रा पर पाबंदी लगाने के लिए पुलिस ने तमाम प्रयास किए थे. लेकिन राजा सिंह पुलिस की धमकी से नहीं डरे और उन्होंने जोर-शोर से राम यात्रा निकाली. बीजेपी विधायक राजा सिंह जी ने पुलिस से क्या कहा, सीधे शब्दों में क्या कहा, सुनिए.
मस्जिद को ढके जाने का सच क्या है? ये वाला वायरल पोस्ट फर्जी है. राम यात्रा के लिए मस्जिदों को ढकने की जो बात उड़ाई जा रही है, वो अफवाह है. हैदराबाद पुलिस का एक फेसबुक पेज है. 25 मार्च को इसके ऊपर एक पोस्ट की गई थी. इसमें दो तस्वीरें हैं. वो ही तस्वीरें, जिनका इस्तेमाल वायरल पोस्ट में हुआ है. बाईं ओर वो तस्वीर है, जिसमें कपड़े से ढकी मस्जिद के ऊपर राम का पोस्टर चिपका हुआ है. इस तस्वीर के ऊपर 'फेक' का ठप्पा लगा हुआ है. दाहिनी तरफ वाली तस्वीर में भी मस्जिद सफेद कपड़े से ढकी है. लेकिन इसके ऊपर 'रियल' का ठप्पा लगा है. हमने तेलंगाना पुलिस से बात की. पता चला कि मस्जिद के अंदर रेनोवेशन का काम चल रहा था. सड़क किनारे होने की वजह से रेनोवेशन का काम पूरा हो जाने तक के लिए उसे कपड़े से ढक दिया गया था. इसका रामनवमी या राम यात्रा से कोई लेना-देना नहीं है. न ही किसी ने कोई जोर-जबर्दस्ती करवाई. ये बस एहतियातन उठाया गया कदम था.
हैदराबाद पुलिस ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है: 
सोशल मीडिया पर फर्जी तस्वीरें शेयर न करें. अफवाहों पर भरोसा न करें. अफवाहों, फेक न्यूज और मॉर्फ्ड तस्वीरों पर न यकीन करें और न इसे फैलाएं. भारतीय दंड संहिता (IPC) और IT ऐक्ट के मुताबिक ये कानूनी अपराध है. 

बड़ी चालाकी दिखाई गई है इस वायरल तस्वीर में ये तस्वीर असल में फेक है भी और नहीं भी. आप गौर से इसे देखिएगा, तो आपको राम वाला पोस्ट एक सफेद रंग की रस्सी से लटका दिखेगा. रस्सी और मस्जिद के बीच कुछ दूरी रही होगी. ये फोटो सामने की तरफ से ली गई है. इस ऐंगल से देखने पर भ्रम होता है कि पोस्टर मस्जिद के ऊपर टंगा है. नीचे कमेंट में भी कुछ लोगों ने इसका जिक्र किया है. तेलंगाना पुलिस की पोस्ट में जो असली फोटो है, उसको देखकर भी आपको सच पता लग जाएगा. लोगों ने तेलंगाना पुलिस की तारीफ भी की है. लिखा है कि सही और गलत साफ करके पुलिस ने अच्छा काम किया है. माहौल खराब होने से रोका है.
तस्वीर को गौर से देखने पर नजर आता है. कि पोस्टर मस्जिद के ऊपर नहीं लगाई गई. बल्कि उससे कुछ पहले एक रस्सी के सहारे लटकाई गई है. चूंकि फोटो सामने से ली गई है, तो देखनेवाले को ये भ्रम होता है कि पोस्टर मस्जिद पर चिपका है.
तस्वीर को गौर से देखने पर नजर आता है. कि पोस्टर मस्जिद के ऊपर नहीं लगाई गई. बल्कि उससे कुछ पहले एक रस्सी के सहारे लटकाई गई है. चूंकि फोटो सामने से ली गई है, तो देखनेवाले को ये भ्रम होता है कि पोस्टर मस्जिद पर चिपका है. हालांकि तेलंगाना पुलिस ने इसकी जो असली फोटो शेयर की है, उसे देखकर चीजें साफ हो जाती हैं.

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वीडियो का सच क्या है? वीडियो में जो इंसान पुलिस को चुनौती देते नजर आ रहे हैं, वो सच में बीजेपी के विधायक हैं. हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा सीट से MLA हैं. इन जनाब का नाम है टाइगर राजा सिंह लोध. इस विडियो में कही गई उनकी बातों पर तेलंगाना पुलिस ने FIR भी दर्ज कर लिया है. FIR से पहले दो लोगों ने तेलंगाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. आरोप लगाया कि राजा सिंह ने रामनवमी से एक दिन पहले भड़काऊ भाषण दिया था. शिकायत दर्ज करवाने वाले एक शख्स हैं चारमीनार से विधायक अहमद पाशा कादरी. ये AIMIM के नेता हैं. कादरी ने अपनी शिकायत के साथ सबूत के तौर पर एक वीडियो भी जमा किया.
इस वीडियो में राजा सिंह पुलिस को चुनौती देते हुए नजर आ रहे हैं. कादरी के मुताबिक, राजा सिंह ने जो रामनवमी यात्रा निकाली थी उसकी रिकॉर्डिंग के लिए उन्होंने ड्रोन्स का इस्तेमाल किया. वो भी पुलिस की इजाजत के बिना. दूसरी शिकायत 'मजलिस बचाओ तहरीक' से जुड़े एक कार्यकर्ता की है. इनका नाम है मुहम्मद इकबाल आसिफ. पुलिस ने दोनों शिकायतों पर तफ्तीश की. और फिर IPC की धारा 295-A, 153-B, 505 और 298 के तहत मामला दर्ज कर दिया.  तेलंगाना पुलिस ने इस बारे में एक बयान भी जारी किया. इसमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक विडियो का जिक्र है. वो ही विडियो, जिसके बारे में हमने आपको ऊपर बताया.
टाइगर राजा सिंह के खिलाफ पहले के भी कई मामले हैं. ज्यादातर आरोप माहौल खराब करने और एक खास धर्म से जुड़े लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने से जुड़ी हैं.
टाइगर राजा सिंह के खिलाफ पहले के भी कई मामले हैं. ज्यादातर आरोप माहौल खराब करने और एक खास धर्म से जुड़े लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने से जुड़ी हैं. ये तस्वीर उसी राम यात्रा की है, जिसे लेकर विवाद हुआ.

और भी कई मामले हैं इन बीजेपी MLA के खिलाफ एक हफ्ते पहले ही राजा सिंह के खिलाफ एक और शिकायत दर्ज हुई थी. इसमें उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था. दिसंबर 2017 में भी गोलकुंडा पुलिस ने राजा सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की थी. उनके ऊपर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप था. इल्जाम है कि उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ अपमानजनक बातें कहीं. दिसंबर 2017 में ही कर्नाटक के यादिगिर में राजा सिंह पर एक FIR दर्ज हुई. इल्जाम फिर से वही. कि उन्होंने सांप्रदायिक माहौल को खराब करने वाला भाषण दिया. यादिगिर में विराट हिंदू समावेश सम्मेलन हुआ था. खबरों के मुताबिक, वहां राजा सिंह तलवार भांजते दिखे थे. उन्होंने देश के हिंदुओं से हथियार उठाने की अपील की थी. पद्मावत की रिलीज के समय भी उन्होंने हंगामा किया था. धमकी दी थी कि अगर तेलंगाना के सिनेमाघरों में ये फिल्म लगती है, तो वो उनमें आग लगा देंगे. इस तरह के पोस्ट्स की मंशा क्रिस्टल की तरह पारदर्शी होती है. इन्हें धार्मिक मोबलाइजेशन के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे पोस्ट्स की कोशिश होती है कि दूसरे समुदाय के लोग चिढ़ें. क्योंकि ऐसे सांप्रदायिक लोगों का अजेंडा ही होता है माहौल खराब करना. तेलंगाना पुलिस ने इसका सही-गलत पोस्ट करके अच्छा किया. बीते कुछ समय से अलग-अलग प्रदेशों की पुलिस ने सोशल मीडिया पर भी अपनी गतिविधियां बढ़ाई हैं. ऐसा करना जरूरत भी तो है. बाकी बात रही MLA टाइगर राजा सिंह की, तो उनके बारे में क्या ही कहें. उनसे तो कानून ही निपटे, तो बेहतर है.


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