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एडिटर सौरभ द्विवेदी और आप आमने-सामने.

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इवेंट शेड्यूल

ये जो संडे आ रहा है, इस दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस में हिंदी साहित्य उत्सव होने वाला है. एक दिन का कार्यक्रम है. ऑक्सफ़ोर्ड बुक स्टोर ने इसे आयोजित किया है. साहित्य की दुनिया के दिग्गज इस उत्सव में भाग लेंगे.

“इंसान खुद की नज़र में सही होना चाहिए, दुनिया तो भगवान से भी दुखी है.” बता सकते हो ये किसने लिखा है? नहीं पता! मतलब तुम फैन नं. 1 नहीं हो. होते तो पता होता. ये पीयूष मिश्रा का लिखा है, जिनके गाने और कविताओं के आप कायल हैं. पीयूष मिश्रा के संगीत के साथ इस कार्यक्रम का समापन होना है. यही नहीं, अरुण जैमिनी और विनय विश्वास शाम को अपनी कविताओं से रंगीन बनाएंगे. साहित्य और पत्रकारिता में महारत हासिल करने वाली मृणाल पाण्डेय भी बात करेंगी. भाषा और समाज के अलग-अलग पहलुओं के बारे में.

ये इवेंट उन सबके लिए है, जो साहित्य में रूचि रखते हैं. दी लल्लनटॉप के जो सब्सक्राइबर इस गली में नहीं घुसे हैं, उनके लिए तो बोनस है. संडे को कहानी-कविताएं सुनना बिल्कुल बोरिंग नहीं होगा, क्योंकि सुनाने वाले खुद सौरभ द्विवेदी होंगे. सही पढ़ा दोस्तों! साहित्य की इस महफिल में सौरव द्विवेदी के बेलौस अंदाज का तड़का भी लगेगा.

और हां दोस्त, हमसे बहाना बनाएंगे तो चलेगा, लेकिन अपने आप से बहाना मत बनाइएगा. आइए. मिलेंगे, बैठेंगे, बतियाएंगे. महफिल जमेगी.


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