असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी रिनिकी भुइयां सरमा (Rinika Bhuyan Sarma) ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर 10 करोड़ रुपये के मानहानि का मुकदमा दायर कराया है. रिनिकी का दावा है कि गौरव ने खाद्य प्रसंस्करण योजना को लेकर रिनिकी पर झूठे आरोप लगाए थे. गोगोई ने सीएम सरमा और उनकी पत्नी के खिलाफ योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार से सब्सिडी लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. बीते दिनों इस मुद्दे को लेकर गौरव गोगाई और हिमंता बिस्वा सरमा के बीच तीखी बयानबाजी हुई थी.
गौरव गोगोई ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, CM की पत्नी ने 10 करोड़ की मानहानि का केस किया
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा था कि हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी रिनिकी भुइयां सरमा को केंद्र सरकार की योजना के नाम पर 10 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई थी.
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न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रिनिकी के वकील देवजीत सैकिया ने बताया कि मामला शुक्रवार (22 सितंबर) को कामरूप मेट्रोपॉलिटन के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत में दायर किया गया है. सैकिया ने बताया,
“मेरे मुवक्किल ने X (ट्विटर) पर कई ट्वीट्स के लिए गौरव गोगोई के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा किया है. हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमने सब्सिडी लेने के लिए कभी कोई आवेदन नहीं किया था.”
सैकिया ने ये भी दावा किया कि सब्सिडी कभी मांगी ही नहीं गई थी. उन्होंने बताया कि 26 मई, 2023 को उनके मुवक्किल की फर्म को 'शो-कॉज नोटिस' भी भेजा गया. इसके बाद खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय से एक ईमेल भी आया था.
“22 नवंबर, 2022 को प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी गई थी. आखिरी ईमेल में हमें बताया गया कि अगर हमने अपना प्रपोज़ल जमा नहीं किया, तो हमारा दावा लैप्स हो जाएगा. हम किसी भी बात का जवाब सब्सिडी मांगने के लिए नहीं कर रहे थे.”
देवजीत के मुताबिक, गौरव गोगोई ने X (ट्विटर) पर रिनिकी और उनकी कंपनी ‘प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट्स’ को लेकर जो भी लिखा, वो तथ्यों पर आधारित नहीं था. देवजीत ने बताया,
“गोगोई ने अपना होमवर्क नहीं किया. किसी प्रोजेक्ट के अप्रूवल मिलने का मतलब ये नहीं होता कि उसपर सब्सिडी ली गई हो. हम इस केस को आखिर तक लड़ेंगे.”
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क्या है पूरा मामला?गुवाहाटी की वेबसाइट 'द क्रॉसकरंट' ने एक रिपोर्ट पब्लिश की थी. इसमें रिनिकी सरमा और उनकी कंपनी पर आरोप लगाए गए थे. आरोप लगाया गया कि नागांव जिले के दारिगाजी गांव में 50 बीघा (लगभग 17 एकड़) से अधिक कृषि भूमि को ‘प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट्स’ ने खरीदी थी. जमीन खरीदने के एक महीने के भीतर इसे औद्योगिक भूमि के रूप में परिवर्तित कर दिया गया.
गोगोई ने सरमा और उनकी पत्नी के खिलाफ परियोजना के लिए केंद्र सरकार की सब्सिडी प्राप्त करने में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. कांग्रेस ने इस मसले में तथ्यों को सामने लाने में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के हस्तक्षेप की मांग भी की थी. गोगोई ने इसी मामले पर कई सारे ट्वीट्स कर रिनिकी सरमा और उनकी कंपनी पर करप्शन के आरोप लगाए थे.
गौरव गोगोई ने सोशल मीडिया पर अपने दावों के साथ फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय का एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है. उन्होंने बताया कि हिमंता सरमा ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अपनी पत्नी की फर्म को क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी दिलाने में मदद की. दावा किया कि रिनिकी भुइयां सरमा को केंद्र सरकार की योजना के नाम पर 10 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई थी.
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