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20 मिनट में 5 हजार रॉकेट दागे गए, इजरायल और गाजा के बीच अब क्या बवाल शुरू हुआ?

इज़रायल की रक्षा बलों ने आरोप लगाया है कि हमास चरमपंथी अलग-अलग जगहों से देश में घुस आए हैं. जवाब में इज़रायली सेना उनके ठिकानों पर रॉकेट के बदले रॉकेट दाग रही है.

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हवाई-अड्डों और देश के अंदर आवा-जाही पर रोक दी गई है. (तस्वीर - AFP)

इज़रायल (Israel) से सटा एक इलाका है, ग़ाज़ा पट्टी. इज़रायल और ग़ाज़ा (Gaza Strip) के बीच दशकों से तनाव चला आ रहा है. गाजा पट्टी पर फिलहाल फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास (Hamas) का शासन है. शनिवार, 7 अक्टूबर की सुबह इज़रायल का आसमान रॉकेट और मिसाइलों से गूंजने लगा. ये रॉकेट ग़ाज़ा ने दागे. 20 मिनट में 5,000 से ज़्यादा रॉकेट. ग़ाज़ा के हमास चरमपंथियों ने हमले की ज़िम्मेदारी ली और चेताया कि ये उनका पहला हमला था. इस हमले के बाद इज़रायल ने ग़ाज़ा के ख़िलाफ़ जंग का एलान कर दिया है. ख़बर आ रही है कि हमास समूह के लोग इज़रायल में घुस गए हैं और कथित तौर पर उन्होंने सिविलियन लोगों को निशाना बनाया है.

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इज़रायल के लिए हमास चरमपंथी 'आतंकवादी' हैं. देश की रक्षा बलों ने आरोप लगाया है कि हमास 'आतंकी' अलग-अलग जगहों से देश में घुस आए हैं. प्रतिक्रिया में इज़रायल की सेना उनसे लड़ रही है, उनके ठिकानों पर रॉकेट के बदले रॉकेट दाग रहे हैं.

अब तक क्या-क्या घटा?

अंतरराष्ट्रीय मीडिया नेटवर्क अल-जज़ीरा के इनपुट्स के मुताबिक़, फ़िलिस्तीनी सशस्त्र ग्रुप हमास ने इज़रायल के ख़िलाफ़ 'ऑपरेशन अल-अक्सा फ़्लड' लॉन्च किया है. इसे दशकों में सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. तस्वीरों और वीडियो में इज़रायल के अंदर गाड़ियों पर हथियारबंद लोग दिख रहे हैं. कथित तौर पर फ़िलिस्तीनी लड़ाकों ने कुछ इज़रायलियों को बंधक भी बना लिया है. कई लोगों की मौत की ख़बरें भी आ रही हैं. हालांकि, संख्या अभी स्पष्ट नहीं है.

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ये भी पढ़ें - इज़रायली सेटलर्स फ़िलिस्तीनियों के घर क्यों जला रहे हैं?

इज़रायली सेना ने ग़ाज़ा की सरहद के पास रहने वाले लोगों से घर के अंदर रहने को कहा है और इज़रायली रक्षा मंत्री ने सैन्य रिज़र्वों को बुलाने की मंज़ूरी दे दी है. हवाई-अड्डों और देश के अंदर आवा-जाही पर रोक लगा दी गई है.

इस बीच, हमास के एक सैन्य कमांडर ने लेबनान के सशस्त्र ग्रुप्स से इज़रायल के ख़िलाफ़ लड़ाई में शामिल होने की अपील की है.

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जवाब में इज़रायल ने क्या किया? न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, इज़रायली सेना ने ग़ाज़ा पट्टी में हमास के ठिकानों पर 'ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड्स' शुरू किया है. दर्जनों लड़ाकू विमान ग़ाज़ा में हमास के ठिकानों पर हमले कर रहे हैं. हालांकि, ग़ाज़ा के शहरियों ने अल-जज़ीरा को बताया कि इज़रायली केवल हमास के ठिकानों पर नहीं, बल्कि रिहाइशी इलाक़ों पर भी हमला कर रहे हैं.

जंग क्यों?

हमास का कहना है कि वे अल-अक्सा की गरिमा की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं. ग्रुप के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह ने अल-जज़ीरा को बताया,

"..हम अल-अक्सा की रक्षा के लिए सम्मान, प्रतिरोध और गरिमा की लड़ाई लड़ रहे हैं. और, कमांडर-इन-चीफ़ अबू ख़ालिद अल-दीफ़ के दिए नाम 'अल-अक्सा बाढ़' के तहत लड़ रहे हैं. ये बाढ़ ग़ाज़ा में शुरू हुई है. लेकिन जल्द ही पश्चिमी तट और हर उस जगह तक फैल जाएगी, जहां हमारे लोग मौजूद हैं."

इज़रायली अख़बार 'हारेत्ज़' में लिखने वाले अकिवा एल्डार का कहना है कि हमास का हमला इज़रायल के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए. कहा,

"एक तरफ़ आप अरब देशों के साथ संबंध सुधार रहे हो. दूसरी तरफ़ फ़िलिस्तीनी इलाक़ों में विस्तार करने की कोशिश कर रहे हो. ऐसे तो नहीं हो सकता."

इज़राइल में अमेरिकी दूतावास का कहना है कि वो हमलों और ग़ाज़ा से हमास लड़ाकों की घुसपैठ के बाद इज़राइल में सुरक्षा स्थिति पर लगातार नज़र रखे हुए हैं.

वीडियो: अपने ही नागरिकों की हत्या पर क्यों मजबूर हुआ हमास?

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