यूपी सरकार ने गोरखनाथ मंदिर हमले (Gorakhpur Temple Attack) को 'आतंकी घटना' करार दिया है. राज्य के गृह विभाग ने बयान जारी कर ये जानकारी दी है. उसने बताया कि आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के खिलाफ जांच की जा रही है. साथ ही बताया गया कि हमले को नाकाम करने वाले तीनों पुलिसकर्मियों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने पांच-पांच लाख रुपए का इनाम दिया है. इस बीच अब्बासी को जुडिशियल कस्टडी में भेजे जाने की बात सामने आई है.
यूपी सरकार के लिए गोरखनाथ मंदिर हमला 'आतंकी घटना', हमलावर के पिता ने क्या बताया?
यूपी सरकार ने आरोपी के खिलाफ तगड़ी जांच के आदेश दे दिए हैं.

जांच का जिम्मा एटीएस को
गृह विभाग का बयान देखकर लगता है कि सरकार मुर्तजा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने जा रही है. विभाग ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच को यूपी एटीएस को दिए जाने का निर्देश दिया है. यूपी एटीएस और यूपी एसटीएफ साथ मिलकर मामले की जांच करेगी. नोट में कहा गया है,पुलिस के जवानों पर किया गया हमला एक गंभीर साजिश का हिस्सा है. तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि ये एक आतंकी घटना है. आरोपी आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए बदनीयती से मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश कर रहा था. जिसे पीएसी और पुलिस के जवानों ने नाकाम कर दिया. घटना में हमलावर ने दो जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया. आरोपी के खिलाफ जांच की जा रही है.

यूपी सरकार के गृह विभाग का प्रेस नोट.
पिता का बयान सामने आया
इससे पहले अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmed Murtaza Abbasi) के पिता मोहम्मद मुनीर ने दावा किया कि उनका बेटा बचपन से ही मानसिक रूप से बीमार है. अहमद के दादा जिला जज हुआ करते थे. वहीं पिता मोहम्मद मुनीर एडवोकेट हैं. उन्होंने 'यूपी तक' से बात करते हुए बताया,सन 2000 में बच्चे को कुछ घबराहट सी होती थी. हम लोग इतना बिजी थे कि ध्यान नहीं दे पाए. बच्चा खेलने कूदने और पढ़ाई में बहुत अच्छा था. अभी कुछ समय पहले इसकी नौकरी भी लगी थी. लेकिन वो इसने छोड़ दी. 2018 में इसे मेजर प्रॉब्लम हुई थी. तब हमने इसे डॉक्टर को दिखाया भी था.आजतक की खबर के मुताबिक मुनीर मोहम्मद ने बताया कि 3 दिन पहले पुलिस 36 लाख रुपए के बकाए का नोटिस लेकर उनके बेटे को खोज रही थी. उनका कहना है कि इस बारे में जानकर पहले से मानसिक रूप से परेशान अब्बासी हाइपर हो गया और न जाने कैसे मंदिर के पुलिस वालों के पास पहुंच कर उनसे लड़ बैठा.
अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर के सिविल लाइन इलाके का रहने वाला है. उसने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. पढ़ाई के बाद उसने सबसे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम किया. फिर एस्सार पेट्रोकेमिकल्स में रहा. इंडिया टुडे/आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक मुर्तजा पहले मुंबई में ही रह रहा था. लेकिन बीते कुछ सालों से उसका दोस्तों से मिलना जुलना कम हुआ है.
फैमिली बैकग्राउंड से साफ है कि मुर्तजा अब्बासी अच्छे पढ़े-लिखे परिवार से है. उसके पिता मोहम्मद मुनीर कई फाइनेंस कंपनियों में लीगल एडवाइजर रहे हैं. चाचा गोरखपुर के नामी डॉक्टर बताए जाते हैं और अब्बासी हॉस्पिटल के मालिक हैं. हालांकि मुर्तजा की जिंदगी काफी उतार-चढ़ाव भरी रही है. शादी के कुछ समय बाद ही उसकी पत्नी उसे छोड़ कर चली गई थी. वो मानसिक रूप से परेशान बताया जाता है. अहमदाबाद समेत कई शहरों में उसका इलाज चल चुका है.
वहीं यूपी पुलिस का कहना है कि अब तक की पूछताछ में कुछ ऐसे सुराग हाथ लगे हैं जिनसे पता चलता है कि मुर्तजा अब्बासी को यूट्यूब के जरिए कट्टरपंथी बनाया गया था. उसके महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी संपर्क बताए गए हैं.