गहना की गिरफ़्तारी के बाद कल शाम उनके लीगल पब्लिसिस्ट फ्लिन रेमेडियोज़ ने लंबा-चौड़ा स्टेटमेंट जारी किया. सफाई दी कि गहना की कंपनी GV स्टुडियोज़ द्वारा बनाए वीडियोज़ को ज़्यादा से ज़्यादा इरॉटिक कहा जा सकता है.
स्टेटमेंट में लिखा,
गहना वशिष्ठ उर्फ वंदना तिवारी पूरी तरह निर्दोष हैं. वो किसी पॉर्न फिल्म रैकेट का हिस्सा नही हैं. GV स्टुडियोज़ की डायरेक्टर और प्रोड्यूसर होने के नाते उन्होंने सिर्फ वही फिल्में बनाई हैं, जो लीगल हैं. उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा इरॉटिक कहा जा सकता है. उन्हें फंसाया जा रहा है. उनके बिज़नेस के प्रतिद्वंदी उनकी छवि को खराब कर रहे हैं.आगे लिखा,
हमें भारत की न्यायिक प्रणाली और लीगल सिस्टम पर पूरा भरोसा है. मुंबई पुलिस दुनिया की बेस्ट पुलिस फोर्स है. लेकिन दुर्भाग्यवश उन्होंने गहना की इरॉटिक फिल्मों को भारत में बन रही हार्ड पॉर्न के साथ जोड़ दिया. इरॉटिक और बोल्ड फिल्मों और हार्डकोर पॉर्न में कानूनी फ़र्क होता है. लेकिन ये जानकर दुख हुआ कि पुलिस ने दोनों को एक ही समझ लिया. हम उम्मीद करते हैं कि कोर्ट इस फ़र्क को समझेगा और जल्द ही गहना को न्याय देगा.

ऑल्ट बालाजी के शो 'गंदी बात' से फेमस हुई थीं गहना.
क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल के अनुसार उन्होंने ऐसे गैंग को गिरफ़्तार किया है, जो पोर्नोग्राफी बिज़नेस में एक्टिव था. पुलिस ने रॉया खान उर्फ यासमीन को भी गिरफ़्तार किया. बताया जा रहा है कि वो इस पूरे गैंग की मास्टरमाइंड है. मुंबई पुलिस के मुताबिक यासमीन लड़कियों को फिल्मों में काम दिलाने का झूठा आश्वासन देती थी. उनसे कॉन्ट्रेक्ट साइन करवाती. उनसे पॉर्न वीडियो शूट करवाती. अगर वो आपत्ति उठाती, तो उनके खिलाफ लीगल एक्शन लेने की धमकी देती. पुलिस के मुताबिक गहना ने 87 अश्लील वीडियो शूट किए हैं.
बता दें कि गहना ऑल्ट बालाजी के शो ‘गंदी बात’ से फेमस हुई थीं. इसके अलावा उन्होनें हिंदी और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया है.