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स्कॉर्पियो का पीछा, 21 राउंड फायरिंग... गैंगस्टर अनिल दुजाना के एनकाउंटर की पूरी कहानी

दुजाना पर मर्डर के 18 से ज्यादा मामले दर्ज थे.

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UP STF ने गैंगस्टर Anil Dujana को एनकाउंटर में मार गिराने की बात कही. (फोटो: आजतक)

यूपी पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को एनकाउंटर (Anil Dujana Encounter) में मार गिराने की बात कही है. यूपी STF के मुताबिक, एनकाउंटर मेरठ में हुआ है. अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा का रहने वाला था. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दुजाना का काफी खौफ था. रिपोर्ट्स के अनुसार, UP STF और दुजाना के बीच सीधी मुठभेड़ हुई.  

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इंडिया टुडे से जुड़े उस्मान चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक, अनिल दुजाना स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार था. दुजाना की तरफ से  15 राउंड फायरिंग की गई, वहीं STF की तरफ से 6 राउंड फायरिंग हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, दुजाना अकेला था और मेरठ में अपने गुर्गों से मिलने जा रहा था. एनकाउंटर की जगह से हथियार बरामद हुए हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनिल दुजाना की कुख्यात माफिया सुंदर भाटी और उसके गैंग से रंजिश चलती थी, इस रंजिश में कई हत्याएं हो चुकी हैं. 2012 में अनिल दुजाना और उसके गैंग ने सुंदर भाटी और उसके करीबियों पर AK-47 जैसे हथियारों से हमला किया था. सरकारी ठेकों, सरिया की अवैध तरीके से चोरी, टोल के ठेकों को लेकर लड़ाई होती थी.

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अनिल दुजाना इस साल 10 अप्रैल को ही रिहा हुआ था. रिपोर्ट्स के अनुसार, रिहा होते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं.

इस पूरे घटनाक्रम पर UP STF के चीफ अमिताभ यश का बयान आया है. उन्होंने कहा,

"अनिल दुजाना एक कुख्यात अपराधी है, हमारी मेरठ यूनिट ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है. इसके ऊपर 18 से ज़्यादा मर्डर केसेज हैं. जैसे ही आगे की डिटेल मिलेंगी उसके अनुसार जानकारी दी जाएगी."

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2002 में लगा हत्या का आरोप

अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना नोएडा के बादलपुर इलाके के दुजाना गांव का रहने वाला था. पुलिस रिकॉर्ड में अनिल दुजाना पर सबसे पहला मामला 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में दर्ज हुआ. तब उस पर हरबीर पहलवान की हत्या का आरोप लगा. इसके बाद अनिल दुजाना का नाता अपराध से जुड़ता चला गया.

इधर, साहिबाबाद स्थित भोपुरा में नवंबर, 2011 में माफिया सुंदर भाटी के साले की शादी थी. उस मौके पर अनिल दुजाना ने अपने साथियों की मदद से AK-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिसमें तीन लोग मारे गए थे. सुंदर भाटी बच निकला. अनिल दुजाना तिहरे हत्याकांड में जनवरी 2012 में पकड़ा गया. वह जेल से अपने गैंग को चलाने लगा था.

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