अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के कट्टर दुश्मन माने जाने वाले गैंगस्टर अली बुदेश की मौत हो गई है. अली बुदेश पिछले कई सालों से बहरीन में रह रहा था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि गैंगस्टर की मौत बीमारी की वजह से हुई है. बहरीन में ही उसका इलाज चल रहा था. मुंबई का रहने वाला अली बुदेश कभी दाऊद इब्राहिम के बेहद करीबियों में एक था. लेकिन बाद में दोनों की दोस्ती में गहरी खाई पैदा हुई. दुश्मनी ऐसी कि अली बुदेश ने दाऊद को मारने तक की कसम खा ली थी. कई साल पहले पहले अली भारत से फरार होकर बहरीन में सेटल हो गया था.
दाऊद इब्राहिम के खून के प्यासे की मौत, डॉन को 'भिखारी' कहकर बुलाता था
इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में अली बुदेश ने रंगदारी के आरोपों से इनकार किया था और दाऊद और छोटा शकील को "भिखारी" कह दिया था.

पिछले साल यह रिपोर्ट सामने आई थी कि दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील ने अली बुदेश को मारने की योजना बनाई थी. इसके लिए 2019 में जान मोहम्मद शेख नाम के गैंगस्टर को मुंबई से बहरीन भेजा गया था. हालांकि यह ऑपरेशन कामयाब नहीं हो पाया था. दाऊद और शकील उस वक्त कथित रूप से पाकिस्तान में ही मौजूद थे. रिपोर्ट में कहा गया था कि जान मोहम्मद को इस काम के लिए काफी पैसे मिले थे. बहरीन के अधिकारियों ने जान मोहम्मद को गिरफ्तार कर भारत डिपोर्ट कर दिया था.
जब दाऊद को कह दिया 'भिखारी'कुछ साल पहले, दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील ने कथित रूप से अली बुदेश के नाम पर बीजेपी विधायकों और नेताओं को धमकी भरे मैसेज भेजे थे. उन्होंने कई नेताओं से धमकाते हुए पैसे की मांग की थी. मांग पूरी नहीं होने पर जान से मारने की भी धमकी दी थी. इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में अली बुदेश ने रंगदारी के आरोपों से इनकार किया था और दाऊद और छोटा शकील को "भिखारी" कह दिया था, जिससे डी-गैंग की नाराजगी बढ़ी.
बुदेश ने कहा था,
"मैंने कभी किसी को इस तरह का मैसेज नहीं भेजा था. मुझे पता चला था कि यूपी, दिल्ली और मुंबई में रंगदारी और धमकी भरे मैसेज भेजने के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल किया गया. दाऊद के कहने पर, शकील विधायकों को मैसेज भेज रहा है और मेरे नाम को बदनाम किया जा रहा है. सिर्फ दाऊद और शकील जैसे भिखारी ही मेरे नाम का इस्तेमाल कर रंगदारी कर सकते हैं. दोनों ने कई फिल्म स्टार को भी इसी तरह के मैसेज भेजकर पैसे वसूले थे."
कहा जाता है कि जान मोहम्मद वाले कांड के बाद अली बुदेश को मारने दुबई से भी दो लोग बहरीन पहुंचे थे. हालांकि ये योजना भी नाकाम रही थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अली बुदेश ने भारतीय एजेंसियों के कहने पर दाऊद इब्राहिम के कई करीबियों को पकड़ने में मदद की थी. जिसमें छोटा राजन और बब्लू श्रीवास्तव भी उसके साथ थे. हालांकि पिछले कुछ दिनों से जांच एजेंसियों को अली बुदेश से कोई जानकारी नहीं मिल रही थी.
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