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न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही फ्लाइट को बम की सूचना के बाद रोम भेजा गया

Bomb Threat in Delhi Flight: इटैलियन एयरफोर्स (Italian Air Force) के फाइटर जेट्स ने बम की सूचना के बाद फ्लाइट को रोम के एयरपोर्ट तक एस्कॉर्ट किया. सूत्रों के मुताबिक ये बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमान कैस्पियन सागर के ऊपर था जब फ्लाइट क्रू को बम की सूचना मिली.

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हाइजैक की सूचना के बाद फ्लाइट को एस्कॉर्ट करते इटैलियन एयरफोर्स के जेट्स (PHOTO-X/italianairforce)

न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही अमेरिकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में बम की सूचना मिलने के बाद फ्लाइट को रोम के लिए डाइवर्ट कर दिया गया. रोम में सुरक्षित लैंड करने के बाद पूरे फ्लाइट की सघन जांच की गई. जांच के बाद पता चला कि किसी तरह का बम या कोई खतरे की बात नहीं है. बम की सूचना गलत थी. अब अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट सोमवार (24 फरवरी) को दिल्ली तक की यात्रा पूरी करेगी.

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घटना पर जानकारी देते हुए अमेरिकन एयरलाइंस ने बताया

फ्लाइट 292, जिसमें 199 लोग सवार थे, को रोम के लियोनार्डो दा विंची अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड करने के लिए कहा गया है. लैंड करने के बाद लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा उसकी जांच की गई. जांच के बाद उसे फिर से उड़ान भरने की अनुमति दे दी गई है. दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले क्रू को आराम देने के लिए फ्लाइट रोम में रात भर रुकेगी.

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ABC न्यूज़ की खबर के अनुसार इटैलियन एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने बम की सूचना के बाद फ्लाइट को रोम के एयरपोर्ट तक एस्कॉर्ट किया. सूत्रों के मुताबिक ये बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमान कैस्पियन सागर के ऊपर था जब फ्लाइट क्रू को बम की सूचना मिली. तत्काल इस फ्लाइट को रोम के लियोनार्डो दा विंची अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड कराया गया. रोम में उतरने के बाद यात्रियों और क्रू को फ्लाइट से नीचे उतार लिया गया. इस दौरान सोशल मीडिया पर भी फाइटर जेट्स द्वारा फ्लाइट को एस्कॉर्ट किए जाने के कई वीडियो वायरल रहे. फ्लाइट ट्रैक करने वाले अकाउंट फ्लाइट इमरजेंसी ने भी एक्स पर पोस्ट कर बताया कि एक फ्लाइट को बम की सूचना पर डाइवर्ट किया गया है.

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फ्लाइट में बम की सूचना के बाद हाइजैक प्रोटोकॉल्स के अनुसार उसे नजदीकी एयरपोर्ट लैंड करना होता है. किसी बड़े खतरे की स्थिति में अगर उसके भीड़-भाड़ वाले इलाके में क्रैश करने का डर हो तो एयरफोर्स के जेट्स को उसे मार गिराने की भी इजाजत दी जा सकती है. 9/11 के समय भी हाइजैक हुई फ्लाइट्स को ढूंढने के लिए भी अमेरिका ने अपने फाइटर जेट्स को रवाना किया था. हालांकि वो कभी हाइजैक हुई फ्लाइट्स की रेंज में नहीं पहुंच पाए थे. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से टकराई दोनों फ्लाइट्स भी अमेरिकन एयरलाइंस की ही थीं.

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