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"EC ने EVM पर कही थी ऐसी बात..." अब फारूक अब्दुल्ला ने दिया बयान, बवाल होना पक्का?

मायावती, संजय राउत और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने भी EVM पर सवाल उठाए हैं. अब इस कड़ी में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस नेता Digvijay Singh भी शामिल हो गए हैं.

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फारूक अबदुल्ला और दिग्विजय सिंह ने EVM को लेकर सवाल उठाए हैं. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे/PTI)

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे (Assembly Election Results) आने के बाद विपक्ष की तरफ से EVM मशीन पर सवाल उठाए जा रहे हैं. अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के साथ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने भी EVM पर सवाल उठाए हैं. 

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फारूक अब्दुल्ला ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा है कि कांग्रेस के शासन में जिस समय इस मशीन को लाया गया था तब वो मुख्यमंत्री थे. उस समय उन्होंने चुनाव आयोग से पूछा था कि क्या इसमें चोरी (वोटों की) हो सकती है? अब्दुल्ला के अनुसार, तब चुनाव आयोग ने जवाब दिया था कि ऐसा हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि इस मशीन को ठीक करने का कोई-ना कोई तरीका ढूंढना पड़ेगा. ताकि इस मशीन में लोगों का भरोसा बना रहे.

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इससे पहले, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी कहा कि EVM को हैक किया जा सकता है. उन्होंने सोशल मीडिया X (ट्विटर) पर लिखा,

"चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है. मैंने 2003 से ही EVM से वोटिंग का विरोध किया है."

उन्होंने आगे लिखा,

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“क्या हम अपनी इंडियन डेमोक्रसी को प्रोफेशनल हैकर्स के हाथों में सौंप सकते हैं? ये एक ऐसा फंडामेंटल सवाल है जिसके लिए सभी पार्टियों को आगे आना होगा.”

इस पोस्ट में उन्होंने चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करने की मांग की है. इससे पहले, मायावती, संजय राउत और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने भी EVM पर सवाल उठाए थे.

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क्या EVM को हैक किया जा सकता है?

EVM मशीन में हेरफेर को लेकर आजतक कोई प्रमाण हमारे सामने नहीं आया है. न ही सरकार के सामने और न ही चुनाव आयोग के पास. साल 2017 के जून में केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसके लिए सभी राजनैतिक दलों को खुला न्योता दिया था. कहा गया कि चाहें तो हमारे पास आकर बताएं कि EVM में छेड़छाड़ कैसे होती है. उसी साल अगस्त महीने में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में चुनाव आयोग ने कहा था कि इस न्योते के बाद भी कोई दल नहीं आया.

इससे पहले, बीते 3 दिसंबर को 4 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आए. इनमें तीन राज्यों छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में BJP को जीत मिली. वहीं तेलंगाना में कांग्रेस को बहुमत हासिल हुआ. इसके एक दिन बाद 4 दिसंबर को मिजोरम में भी वोटों की गिनती हुई. यहां जोरम पीपल्स मूवमेंट (ZPM) को जीत मिली. कुल मिलाकर इस चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा. इसके बाद अब EVM पर सवाल उठाए जा रहे हैं.

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वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: BJP तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव जीतीं, EVM पर किसने सवाल उठा दिया?

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