दरअसल टीम इंडिया के उस मैच के हीरो युवराज सिंह ने खुलासा किया है कि किस तरह से ऑस्ट्रेलियन टीम के कोच और विकेटकीपर ने उनके बल्ले पर शक किया था. युवराज ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के उस वक्त के कोच जॉन बुकानन और विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने युवराज से उनके बल्ले को लेकर बहुत सारे सवाल पूछे थे. युवराज ने 'स्पोर्ट्स तक' को दिए एक इंटरव्यू में बताया,
''ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के बाद अगले दिन जब हम लैंड हुए, तो मैं फूड कोर्ट में खाना खा रहा था. ऑस्ट्रेलिया के कोच (जॉन बुकानन) का मैं नाम भूल गया. उन्होंने मुझसे कहा, 'ये जो तेरा बैट है, उसके पीछे कुछ फाइबर तो नहीं लगा.' उसने कहा, 'ये बैट लीगल है? मैच रेफरी ने चेक किया है.' फिर मैंने कहा आप कि आकर मेरा बैट चैक करवा सकते हैं.''

एडम गिलक्रिस्ट और धोनी. फोटो: Reuters
इतना ही नहीं, ऑस्ट्रेलियन कोच के बाद जब युवराज पूल साइड में गए, तो वहां भी उनके साथ उनकी बल्ले की छानबीन हुई. ऑस्ट्रेलिया के सबसे ईमानदार खिलाड़ियों में से एडम गिलक्रिस्ट के बारे में युवराज ने बताया,
''इसके बाद जब मैं पूल साइड में गया, तो गिलक्रिस्ट पूल सेशन कर रहे थे. मैं पानी में उतरा, तो गिलक्रिस्ट ने मुझसे कहा, 'युवराज सिंह द बिगेस्ट हिटर इन मैक्सिको.' फनी जोक था. फिर मुझे गिलक्रिस्ट ने भी पूछा, ये बैट कौन बनाता है तुम्हारा. मैंने बोला कि ये हीरो होन्डा का स्टिकर है, लेकिन बैट एसएस का है. लेकिन उस वक्त बहुत से सवाल उठ रहे थे मेरे बैट पर.''युवराज सिंह टी20 विश्वकप में कमाल की फॉर्म थे. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 16 गेंदों में 58 रनों की पारी खेली. जबकि उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने 30 गेंदों में 70 रन ठोक दिए. युवराज ने बताया कि जैसे बैट से वो टी20 विश्वकप में खेले वो कमाल का था. युवरा ने बताया,
''लेकिन सच में वो जो बैट था. वैसे बैट से मैं कभी नहीं खेला, वो बैट और मेरा 2011 वर्ल्डकप का बैट. वो मैंने आज भी सम्भाल कर रखा हुआ है.''युवराज सिंह 2007 T20 विश्वकप और 2011 क्रिकेट विश्वकप में इंडियन टीम के बड़े स्टार थे.
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