अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत को धमकी दी है कि अगर उसने रूस से तेल खरीदना जारी रखा, तो उसे भारी टैरिफ का सामना करना होगा. सोमवार, 20 अक्टूबर को ट्रंप ने फिर दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे निजी तौर पर वादा किया था कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा. हालांकि, भारत ट्रंप के दावे को खारिज कर चुका है.
'रूस से तेल खरीदना जारी रखा, तो भारी टैरिफ देना पड़ेगा,' ट्रंप ने फिर दी भारत को धमकी
जब Donald Trump से भारत सरकार के इस बयान के बारे में पूछा गया कि उसे उनके और PM Narendra Modi के बीच किसी बातचीत की जानकारी नहीं है, तो उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा कहना चाहते हैं तो भारी टैरिफ देना जारी रखेंगे.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा,
"उन्होंने (पीएम मोदी) मुझसे कहा, 'मैं रूस से तेल नहीं खरीदूंगा.' लेकिन अगर वे ऐसा करते रहे, तो उन्हें भारी टैरिफ देना पड़ेगा."
जब डॉनल्ड ट्रंप से पूछा गया कि भारत सरकार ने तो उनके और पीएम मोदी के बीच इस तरह की किसी हालिया बातचीत से इनकार किया है, तो ट्रंप ने कहा,
"अगर वे ऐसा कहना चाहते हैं, तो फिर उन्हें भारी टैरिफ चुकाना होगा, और वे ऐसा नहीं चाहेंगे."
इससे पहले बुधवार, 15 अक्टूबर को वाइट हाउस में ट्रंप ने अचानक दावा किया था कि पीएम मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा. उन्होंने इसे 'एक बड़ा कदम' बताया था. ट्रंप ने कहा था,
"भारत अपनी करीब एक-तिहाई तेल जरूरत रूस से पूरी करता है."
उन्होंने कहा था कि अमेरिका इस खरीद को यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद के रूप में देखता है. अमेरिका लंबे समय से उन देशों पर दबाव बना रहा है जो अब भी रूस से ऊर्जा खरीद रहे हैं. वॉशिंगटन का मानना है कि तेल की बिक्री से रूस को युद्ध के लिए पैसा मिल रहा है.
हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया था. मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने गुरुवार, 16 अक्टूबर को एक वीकली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बीच "हमें किसी बातचीत की जानकारी नहीं है."
उन्होंने यह जरूर कहा कि भारत और अमेरिका के बीच ऊर्जा सहयोग पर बातचीत चल रही है, लेकिन यह नहीं बताया कि भारत, रूस से तेल खरीद बंद करेगा या नहीं. रूस अब भारत का सबसे बड़ा ऑयल सप्लायर बन गया है. भारत का कहना है कि वो तेल राष्ट्रीय हित में खरीदता है, ना कि किसी राजनीतिक वजह से.
फिलहाल, अमेरिका ने भारत से आने वाले कई सामानों पर 50 फीसदी तक का टैरिफ लगा रखा है. ट्रंप ने साफ कहा है कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना नहीं रोकेगा, तो ये टैरिफ और बढ़ सकते हैं.
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