'इस नुकसान पर मेरी हार्दिक संवेदना है, उम्मीद है कि उनकी जीवन यात्रा और संघर्ष आने वाली पीढ़ियों को हमेशा ही प्रेरित करते रहेंगे. मैं इस दुख की घड़ी से उबरने के लिए उनके परिवार को ताकत मिलने की प्रार्थना करता हूं.'
एशियन गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट बॉक्सर डिंको सिंह का निधन
लंबी बीमारी के बाद हुआ निधन.
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Dingko Singh को अर्जुन और पद्म श्री अवॉर्ड्स भी मिले थे (ट्विटर से साभार)
डिंको सिंह. साल 1998 के एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारतीय बॉक्सर. गुरुवार 10 जून को डिंको का निधन हो गया. साल 2017 से डिंको का लिवर कैंसर का इलाज चल रहा था. पिछले साल उन्हें कोविड-19 भी हुआ था. इसके चलते उनकी हालत बहुत खराब थी. हालांकि इलाज के बाद वह कोरोना से रिकवर हो चुके थे. वह पिछले कुछ सालों से लिवर कैंसर समेत कई बीमारियों से जूझ रहे थे. जनवरी 2020 में दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज (ILBS) में डिंको को रेडिएशन थेरेपी दी गई थी. इसके बाद वह वापस इम्फाल चले गए थे. अप्रैल में उनकी तबीयत काफी बिगड़ी तो उन्हें एयरलिफ्ट करके वापस इसी अस्पताल में लाया गया. डिंको को पीलिया भी हो गया. लेकिन कुछ दिनों के इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. डिंको सिंह के निधन पर तमाम लोगों ने श्रद्धांजलि दी. केंद्रीय मंत्री किरन रिजीजू ने लिखा कि डिंको सिंह के 1998 में बैंकॉक में एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद भारत में बॉक्सिंग का नया दौर शुरू हो गया था.
डिंको अपने दौर में कमाल के बॉक्सर रहे. साल 1998 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. साल 2013 में उन्हें पद्मश्री मिला था. मेरी कॉम जैसी बॉक्सर्स को प्रेरित करने वाले डिंको इंडियन नेवी के लिए काम करते थे. बीमारी से पहले वह नए बॉक्सर्स को कोचिंग भी देते थे. मशहूर बॉक्सर मैरी कॉम ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि डिंको सिंह देश के सच्चे हीरो थे. बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने ट्वीट में लिखा कि डिंको सिंह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे.
इनके अलावा भी तमाम लोगों ने डिंको सिंह को श्रद्धांजलि दी.
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