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सेक्स चेंज के मामले बढ़ रहे हैं, वजह खुश करने वाली है

दिल्ली के हॉस्पिटल्स में वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है.

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Source : Huffpost
फ़रवरी में गुजरात के असारवा इलाके से खबर आई थी कि 29 साल के रवि अर्जुन दास हिंगोरानी ने 5 लाख रुपए खर्च कर मुंबई में अपना सेक्स बदलवाया और बचपन के दोस्त प्रेम कुमार चंदाणी से शादी कर ली. रवि और प्रेम बचपन से दोस्त थे. पड़ोस में ही रहते थे. रवि को बचपन से ही लड़कियों के कपड़े पहनना उनकी तरह चलना, मेकअप करना पसंद था. उसने अपने दोस्त प्रेम कुमार से कहा कि मुझे लड़की बनना पसंद है, अगर मैं सेक्स चेंज करवाकर लड़की बन भी गया तो कोई मुझसे शादी नहीं करेगा. तब प्रेम ने कहा कि अगर वो सेक्स चेंज करवाता है तो वो उससे शादी करेगा.
रवि अर्जुन दास हिंगोरानी ने सेक्स चेंज कर प्रेम कुमार से शादी कर ली थी.
रवि अर्जुन दास हिंगोरानी ने सेक्स चेंज कर प्रेम कुमार से शादी कर ली थी.

ऐसी ही एक खबर अभी कुछ दिन पहले सीआईएसएफ जवान की आई थी, जब वो ऑपरेशन कराकर लड़की बन गया और कांस्टेबल से शादी कर ली. ये तो वो मामले हैं जो मीडिया में आ गए. टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सेक्स चेंज कराने के मामले दिल्ली के हॉस्पिटल में तेज़ी से बढ़ रहे हैं.
सेंट्रल दिल्ली के लोकनायक हॉस्पिटल में पांच लोग अपना सेक्स बदलवाने की कतार में हैं. डॉक्टर का कहना है आपको ये संख्या कम लग सकती है लेकिन पिछले सालों के मुकाबले ये बड़ी संख्या है. क्योंकि पहले साल भर में एक या दो लोग सेक्स बदलवाने के लिए ऑपरेशन कराने को आते थे. लेकिन जिस तरह से ये नंबर बढ़ रहा है उससे लगता है कि सेक्स को लेकर जो टैबू था, वो अब पिघल रहा है. 
लोग अपनी सेक्स लाइफ को छिपाकर रखते थे. उनके मन में समाज का डर रहता था, क्योंकि उनको स्वीकारे न जाने का डर रहता था. लेकिन अब सोशल सपोर्ट की वजह से लोग अपने सेक्स स्टेटस को स्वीकार कर रहे हैं. और ये ख़ुशी की बात है. क्योंकि सबको अपनी मर्ज़ी से जीने का हक़ होना चाहिए.
लोकनायक हॉस्पिटल में सेक्स बदलवाने वालों की सूची में दो इंजीनियर्स और एक मेडिकल स्टूडेंट है. टाइम्स ऑफ़ इंडिया से डॉ. पी एस भंडारी ने बताया,
'ये चौंकाने वाली बात नहीं है. सेक्स बदलवाने वालों में ज्यादातर मिडिल क्लास बैकग्राउंड के लोग शामिल होते हैं.'
साइकेट्रिस्ट कंसलटेंट डॉ. राजीव मेहता का कहना है, 'दो साल पहले तक सालभर में एक या दो केस आते थे. अब हर महीने तीन से चार केस आते हैं.'
मेहता ने अभी नोएडा की एक लड़की की जांच की. 27 साल की इस लड़की का कहना था,
'मुझे फ्रॉक पहनना और गुड़ियों के साथ खेलना बिलकुल पसंद नहीं था. जब मुझे लड़का होने का एहसास हुआ तो मेरे माता पिता इस बात को स्वीकार करने को राज़ी नहीं हुए. उन्हें लगा मैं जानबूझकर ऐसा कर रही हूं. और इस संघर्ष की वजह से मैं तनाव में रहने लगी.'
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तीन साल पहले इस लड़की ने नींद की गोलियां खाकर सुसाइड करने की कोशिश की. घर वालों ने उसे सर गंगा राम हॉस्पिटल में एडमिट कराया. जहां पता चला कि वो शराब और निकोटीन की वजह से ज्यादा तनाव में रहने लगी है. लड़की का कहना था कि वो आधे से ज्यादा व्हिस्की की बोतल और 20 सिगरेट एक दिन में ख़त्म कर देती थी. उसका कहना था वो खुद को एक महिला की बॉडी में लड़का महसूस करती थी. इसके बाद डॉक्टर ने लड़की की फैमिली को समझाया. और फिर लड़की का इलाज हुआ. लड़की ने मुंबई के एक हॉस्पिटल में अपनी ब्रेस्ट और वेजाइना को हटवा दिया और पेनिस लगवा लिया.
डॉक्टर का कहना है कि सेक्स बदलवाना अपरिवर्तनीय है. इसलिए ऐसे पेशेंट को क्रॉस ड्रेस कहकर पुकारा जाता है. जो एक मर्द या औरत की तरह रहते हैं. सर्जरी करने से पहले डॉक्टर पेशेंट उसी तरह से रहने को बोलते हैं, जो वो बनना चाहता है. लड़की अगर मर्द बन रही है तो उसे मर्द की तरह रखते हैं और अगर मर्द औरत बन रहा है तो उसे औरत की तरह रहना होता है. ऐसा तकरीबन 6 महीने तक किया जाता है.
डॉक्टर का कहना है कि सेक्स चेंज कराने की सर्जरी आसान नही होती है. उसे कराने से पहले सारे टेस्ट कराने ज़रूरी होते हैं. प्राइवेट हॉस्पिटल में ये महंगा इलाज है, इसलिए पब्लिक हॉस्पिटल में लोग सर्जरी कराने के लिए इंतजार में हैं.


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