2 नवंबर के दिन दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में बवाल हुआ था. दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच लड़ाई हुई थी. कोर्ट के बाहर खड़ी गाड़ियों को आग लगा दी गई थी. तोड़-फोड़ मच गई थी. एकदम भयंकर वाला सीन बन गया था. ये लड़ाई वहीं नहीं रुकी. कड़कड़डूमा कोर्ट, साकेत कोर्ट, रोहिणी कोर्ट हर जगह वकीलों ने पुलिस का विरोध किया. पुलिसकर्मियों ने भी दिल्ली में पुलिस हेडक्वार्टर के सामने प्रदर्शन किया. तीस हजारी कोर्ट वाली घटना को अब 6 दिन बीत चुके हैं, लेकिन फिर भी पुलिस और वकीलों के बीच तनाव सातवें आसमान पर है. मामले की जांच क्राइम ब्रांच की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को सौंप दी गई है. ये टीम ये पता लगाएगी कि 2 नवंबर के दिन क्या-क्या हुआ था. लड़ाई-झगड़े का असली जिम्मेदार कौन था.
वकीलों और दिल्ली पुलिस की झड़प का ये वीडियो कई सवाल खड़े कर रहा है
DCP वकीलों को रोकती रहीं, लेकिन किसी ने न सुनी.

वकीलों का कहना है कि पुलिस दोषी है. पुलिस का कहना है कि गलती वकीलों की थी. असल गलती किसकी थी? ये अभी साफ नहीं है.
खैर, इन सब आरोप-प्रत्यारोपों के बीच कई सारे वीडियो भी सामने आ रहे हैं. किसी में पुलिस वकीलों को खदेड़ते दिख रही है. तो किसी में वकील पुलिसकर्मी को पीटते नजर आ रहे हैं. अब इन सबमें एक नया वीडियो भी शामिल हो गया है. तीस हजारी कोर्ट में लगे सीसीटीवी का एक फुटेज सामने आया है. इस फुटेज में दिख रहा है कि डीसीपी नॉर्थ मोनिका भारद्वाज हिंसा कर रहे वकीलों को रोकने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन वकील उनकी बात नहीं सुन रहे हैं. उल्टा डीसीपी की बात को इग्नोर करते हुए उन्हीं से लड़ने लगे.
समाचार एजेंसी ANI ने ट्विटर पर ये वीडियो डाला है.
वीडियो सामने आने के बाद ट्विटर पर लोग वकीलों के खिलाफ लिख रहे हैं. एक यूज़र ने लिखा, 'ये सारे वीडियो देखने के बाद लग रहा है कि सभी वकीलों को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए.'
इसके अलावा एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है. जहां DCP मोनिका भारद्वाज वकीलों से बचकर भागती हुई दिख रही हैं-
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एसआईटी इस तमाम सीसीटीवी की जांच कर रही है, जो केस में अहम सुराग होंगे.
वीडियो देखें: