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सिर्फ भारत से ही नहीं, चीन इन देशों से भी झगड़ा करता रहता है

चीन का 17 देशों के साथ जमीनी और समुद्री सीमाओं को लेकर विवाद चल रहा है.

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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग. (फोटो-आजतक)

भारत एकमात्र वो देश नहीं है, जिसके साथ चीन का सीमा विवाद (India China Conflict) चल रहा है. ऐसे और भी कई और देश हैं, जिनके साथ चीन बॉर्डर साझा करता है और वहां जमीनी-समुद्री एरिया को लेकर विवाद भी है. UK की बेवसाइट द वीक की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल चीन का 17 देशों के साथ जमीनी और समुद्री सीमाओं को लेकर विवाद चल रहा है. ये देश हैं भारत, ताइवान, फिलीपींस, इंडोनेशिया, वियतनाम, जापान, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया, सिंगापुर, ब्रुनेई, नेपाल, भूटान, लाओस, मंगोलिया, म्यांमार, मलेशिया और तिब्बत. 

जापान

ईस्ट चाइना सी को लेकर चीन और जापान के बीच लंबे समय से विवाद है. कुछ द्वीप समूहों को लेकर दोनों कई बार भिड़ चुके हैं. 1931 में जापान ने चीन के मंचूरिया में आक्रमण किया था. 1937 में फिर युद्ध हुआ. लाखों चीनियों की मौत के बाद 1945 में दूसरे विश्व युद्ध के साथ लड़ाई खत्म हुई.

दोनों के बीच की दुश्मनी को 2006 के जापान के उपप्रधानमंत्री के बयान से समझा जा सकता है. उस साल भारत दौरे पर आए तारो असो ने कहा था,

अतीत के 1500 सालों से भी ज्यादा वक़्त से इतिहास का ऐसा कोई वाकया नहीं है, जब चीन के साथ हमारे संबंध ठीक रहा हों.

कह सकते हैं कि चीन के साथ जापान का छत्तीस का आंकड़ा है.

वियतनाम

चीन और वियतनाम के बीच साउथ चाइना सी को लेकर विवाद है. दोनों लंबे समय से स्प्रैटली द्वीप और पैरासेल द्वीप को लेकर लड़ चुके हैं.

बता दें कि दक्षिण चीन सागर हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के बीच है. इस पूरे एरिया में करीब 250 छोटे-बड़े द्वीप हैं, जो चीन, ताइवान, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, ब्रुनेई और फिलीपीन्स से घिरा हुआ है. चीन इन पर अपना दावा ठोकता है.

नेपाल

बीबीसी ने इस साल फरवरी में एक रिपोर्ट जारी की थी. उसके मुताबिक, नेपाल सरकार ने आरोप लगाया था कि चीन उनकी सीमा पर अतिक्रमण कर रहा है.

दावा किया गया कि चीन नेपाल के सुदूर पश्चिम में हुमला जिले में घुसपैठ कर रहा है. हालांकि, उस वक्त काठमांडू में चीनी दूतावास किसी भी अतिक्रमण से इनकार करता है. रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल ने पिछले सालों में चीन के साथ संबंधों में सुधार किया है ताकि वो भारत के साथ भी अपने रिश्ते बैलेंस कर सके.

भूटान

इस साल फरवरी में एक रिपोर्ट आई. सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से दावा किया गया कि भूटान से जुड़े विवादित क्षेत्रों में चीन की तरफ से गांवों और बस्तियों का निर्माण हुआ है. कहा गया कि इन बस्तियों का निर्माण 2020 के मध्य में शुरू हुआ और 2021 तक इसमें और तेजी आई. हालांकि, इस रिपोर्ट पर भूटान की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आया.

दोनों देशों के बीच 477 किलोमीटर लंबी सीमा है.

नॉर्थ कोरिया

चीन और नॉर्थ कोरिया के संबंध काफी कॉम्प्लिकेटेड हैं. दोनों की सीमा पर यलू नदी है जिस पर कुल 205 आइलैंड हैं. इनको लेकर ही दोनों देशों के बीच असहमति बनी रहती है. 1962 में हुए समझौते में 127 आइलैंड नॉर्थ कोरिया के जबकि 78 चीन के हिस्से में आए. हालांकि, नॉर्थ कोरिया दावा करता है कि उसके कुछ आइलैंड अभी भी चीन के कब्जे में हैं.

वहीं दूसरी तरफ चीन और उत्तर कोरिया ने 1961 में पारस्परिक सहयोग संधि पर साइन किए थे. इस संधि में कहा गया है कि अगर दोनों देशों में से किसी पर हमला होता है, तो वे एक दूसरे की तत्काल मदद करेंगे.

बता देंस कि हाल ही में चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय सैनिकों से भिड़े थे. राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की. चीन कई समय से अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताकर उस पर अपना दावा जताता रहा है.

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